नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने मंगलवार को मंत्री पद से इस्तीफा दिया है। पशुपति पारस ने अपना इस्तीफा देते हुए कहा कि मेरे साथ नाइंसाफी हुई है इसलिए मैंने इस्तीफा दिया है। बता दें कि मोदी मंत्रीमंडल में पशुपति पारस खाद्य प्रसंस्करण मंत्री थे। पशुपति पारस ने भतीजे चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी को एनडीए द्वारा दी गई सीट-शेयरिंग के समझौते की पुष्टि के बाद यह फैसला लिया है।
उन्होंने कहा, "एनडीए अलायंस की घोषणा हो गई है और मैं पीएम मोदी का शुक्रगुजार हूं। लेकिन मेरे और मेरी पार्टी के साथ नाइंसाफी हुई है। इस वजह से मैंने मंत्री पद से इस्तीफा दिया है।"
बता दें, बिहार में बीजेपी 17, जेडीयू 16 और चिराग पासवान की पार्टी एलजेपी(आर) को 5 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी. वहीं जीतनराम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को एक-एक सीट दी गई है। लेकिन एनडीए में शामिल एलजेपी के पशुपति पारस गुट को एक भी सीट नहीं मिली।
राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) के प्रमुख पशुपति कुमार पारस ने शुक्रवार को कहा था कि वो हाजीपुर सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कि उनकी पार्टी के अन्य सांसद उन सीटों से चुनाव लड़ेंगे, जहां से वो 2019 के लोकसभा चुनाव जीते थे।