पटना: बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सचिव बिनोद कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि इन सीटों पर निर्वाचित वर्तमान सदस्यों का कार्यकाल 16 जुलाई को समाप्त हो रहा है। उन्होंने बताया कि (कोविड-19 महामारी के कारण) पंचायत चुनाव नहीं होने से इन सीटों के लिए अब तक चुनाव संपन्न नहीं हो सका है।
महामारी की दूसरी लहर के कारण बिहार में पंचायत चुनाव नहीं होने पाने पर राज्य सरकार ने पंचायती संस्थानों में चुनाव संपन्न होने तक वैकल्पिक व्यवस्था किए जाने को लेकर गत दो जून को एक अधिसूचना जारी की थी। बिहार की 75 सदस्यीय विधान परिषद में पूर्व से छह सीटें खाली हैं और 17 जुलाई को स्थानीय निकाय की 19 सीट खाली हो जाने पर सदन की कुल खाली सीटों की संख्या बढ़कर 25 हो जाएगी।
विधान परिषद की पूर्व से खाली पड़ी छह सीटों में से स्थानीय निकाय से पूर्व में चुनाव जीते मनोज यादव, दिलीप राय और रीतलाल अब विधायक बन चुके हैं और हरिनारायण चौधरी और सुनिल कुमार का निधन हो चुका तथा विधानसभा कोटे से निर्वाचित तनवीर अख्तर के निधन से यह सीट भी अभी खाली है।
रिक्त होने वाली इन सीटों में राधाचरण साह, मनोरमा देवी, रीणा यादव, संतोष कुमार सिंह, सलमान रागिब, राजन कुमार सिंह, सचिदानंद राय, टुनजी उर्फ टुन्ना पांडेय, राजेश कुमार उर्फ बब्लू गुप्ता, दिनेश प्रसाद सिंह, सुबोध कुमार, राजेश राम, दिलीप कुमार जयासवाल, संजय प्रसाद सिंह, अशोक कुमार अग्रवाल, नूतन सिंह, सूमन कुमार, आदित्य नारायण पांडेय और रजनीश कुमार की सीट शामिल हैं।