पटना: बिहार में आकाशीय बिजली का कहर जारी है। पूर्वी बिहार के बांका, लखीसराय और जमुई जिलों में मंगलवार की दोपहर बारिश के दौरान वज्रपात से 11 लोगों की मौत हो गयी। मरनेवालों में बांका के सात, जमुई के तीन और लखीसराय का एक व्यक्ति शामिल हैं।
बांका के शंभूगंज प्रखंड में भरतशीला के रविन्द्र यादव (70) गिरधारा गांव की गीता देवी (50) और गढ़ी मोहनपुर के सुजीत कुमार(50) की मौत हो गयी। तीनों खेत में काम करने के दौरान वज्रपात की चपेट में आ गये। बेलहर प्रखंड के चौड़ा गांव में नागेंद्र दास (45) की मौत खेत में काम करने के दौरान ठनका की चपेट में आने से हो गयी। कटोरिया की मौथाबाड़ी पंचायत के ढाकोडीह गांव निवासी युवक अनिरुद्ध यादव (28) मौत कुकुरगोंड़ा गांव स्थित बहियार में वज्रपात से हो गई। वहीं धोरैया में मोहम्मद फैयाज आलम (35) की मौत खेत में काम करने के दौरान वज्रपात की चपेट में आने से हो गयी। इसके अलावा बाराहाट में एक और महिला की वज्रपात से मौत हो गई। भित्ति गांव निवासी अंजनी देवी 25 वर्ष खेत में काम करने के दौरान चपेट में आई।
जमुई के गिद्धौर की सेवा पंचायत के केतरु नवादा निवासी परतुल साव की पत्नी सुबो देवी नवादा बहियार में धान रोपनी का कार्य कर रही थी कि इसी दौरान वज्रपात की चपेट में आने से उसकी मौत हो गयी। वही अन्य तीन लोग केतरु नवादा के ही रविंद्र मांझी और कारु मांझी एवं एक अन्य महिला घायल हो गयी। जबकि सोनो में चरकापत्थर के लालीलेवार गांव निवासी वासुदेव यादव मवेशी चरा रहा था। इसी दौरान वज्रपात की चपेट में आने से मौके पर ही उसकी मौत हो गई। झाझा की बैजला पंचायत अंतर्गत खैरन गांव में किसान लेखो यादव अपनी भैंसों को लेकर चराने गए थे। इसी दौरान लेखो यादव ठनका की चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई।
लखीसराय के सूर्यगढ़ा प्रखंड में वज्रपात से युवक बिट्टू कुमार (18) की मौत हो गई। वह भैंस चराने खेत गया था। इसी दौरान वज्रपात से घटनास्थल पर ही युवक की मौत हो गई।