पटना: बिहार में केंद्रीय दल ने आज राज्य में कोविड की ताजा स्थिति की समीक्षा की। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल के नेतृत्व वाले इस तीन सदस्यीय दल ने राज्य सरकार के मुख्य सचिव और स्वास्थ्य विभाग के शीर्ष अधिकारियों के साथ कोविड की स्थिति से जुडे विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श किया और स्वास्थ्य अधिकारियों को जरूरी सुझाव दिए। केंद्रीय दल में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण दल के निदेशक डॉक्टर एस के सिंह और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, दिल्ली के ऐसोसिएट प्रोफेसर नीरज निश्चल शामिल हैं।
केंद्रीय दल ने कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिए अधिकारियों द्वारा किए गए इंतजाम का जायजा लेने के लिए पटना के सर्वाधिक संक्रमित क्षेत्रों का दौरा किया और संक्रमण रोकने के लिए राज्य सरकार को नए सिरे से प्रयास करने की सलाह दी। लव अग्रवाल ने इस बात पर जोर दिया कि कोरोना की वजह से लगाए गए प्रतिबंधों का इस्तेमाल कंटेनमेंट जोन और बफर क्षेत्रों में संक्रमण की रोकथाम और प्रबंधन की निगरानी तथा जांच का काम बढाने के लिए किया जाना चाहिए।
अग्रवाल ने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि संक्रमण के कम से कम अस्सी प्रतिशत नए मामलों वाले लोगों के संपर्क में आए व्यक्तियों का पता लगाया जाना चाहिए और उन्हें 72 घंटे के अंदर क्वारंटाइन करना चाहिए। बैठक में जांच, कंटेनमेंट जोन और हॉटस्पॉट पर भी चर्चा हुई।केंद्रीय दल स्थिति का जायजा लेने के लिए गया का भी दौरा करेगा। यह दल कोविड अस्पताल भी देखने जाएगा।
इस बीच राज्य में एक हजार 412 नए मामले सामने आने के साथ ही कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या 26 हजार 379 हो गई है। अब तक 16 हजार 597 रोगी स्वस्थ हुए हैं। नौ हजार 602 मरीजों का इलाज चल रहा है। कोरोना से अब तक दो सौ आठ लोगों की मृत्यु हुई है। बिहार में स्वस्थ होने की दर 63 प्रतिशत हो गई है।