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नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव खत्म हो चुका है, लेकिन करारी हार के बाद तमाम विपक्षी दलों के अंदर जारी उथल-पुथल थमने का नाम नहीं ले रही है। ताजा मामला महागठबंधन का है। चुनाव में हार के बाद महागठबंधन में उठा सियासी तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा है। महागठबंधन में शामिल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने गुरुवार को स्पष्ट कहा कि 2020 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन का नेता अभी तक तय नहीं हुआ है।

उन्होंने कहा कि तेजस्वी प्रसाद यादव राजद के नेता हो सकते हैं लेकिन वह अभी महागठबंधन के नेता नहीं हैं। पटना में मांझी ने पत्रकारों से कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अभी नेता या महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार तय नहीं हुआ है। महागठबंधन में शमिल सभी दलों के नेता बैठकर इस पर निर्णय लेंगे। राजद द्वारा 2020 का विधानसभा चुनाव तेजस्वी के नेतृत्व में लड़े जाने के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "तेजस्वी राजद के नेता हो सकते हैं। सभी दल के अपने नेता होते हैं परंतु वे महागठबंधन के नेता नहीं हो सकते।"

उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव में हार के बाद पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर राजद की समीक्षा बैठक हुई थी, जिसमें यह तय हुआ है कि तेजस्वी नेता बने रहेंगे।

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