पटना: रविवार को जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक दिल्ली में हुई जिसमें लोकसभा चुनाव सहित कई मुद्दों पर चर्चा की गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों के कई सवालों का खुलकर जवाब दिया। भाजपा के साथ गठबंधन में मतभेद और सीट शेयरिंग पर नीतीश कुमार ने साफ-साफ कहा है कि सीट शेयरिंग की कोई डेडलाइन नहीं है और हमें भी किसी तरह की हड़बड़ी नहीं है। आपसी बातचीत से इस मुद्दे का हल निकल जाएगा। साथ ही उन्होंने ये भी साफ-साफ कहा कि 12 जुलाई को अमित शाह से बात होगी।
सीएम नीतीश कुमार ने ये भी कहा कि बिहार सरकार में किसी तरह का कोई मतभेद नहीं है इसलिए भाजपा छोड़कर किसी और गठबंधन का सवाल नहीं उठता है। नीतीश कुमार ने मजाकिया अंदाज में कहा कि मैं और सुशील कुमार मोदी साथ में बैठे क्या आपको क्या कोई दूरी नजर आ रही है। वहीं नीतीश कुमार ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के दंगा आरोपियों से मिलना गलत ठहराया है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा है कि आरोपी से मिलना गलत है। कोई व्यक्ति अपनी राय दे सकता है और अगर कुछ गलत लगे तो न्यायालय में जाना चाहिए।
नीतीश कुमार ने इस दौरान शराबबंदी पर भी बात की और कहा कि शराबबंदी कानून के अनुभव पर संशोधन होगा। अधिकारियों की कमिटी पूरे मामले को देख रही है। कानून के हो रहे दुरुपयोग को रोका जाएगा जिससे एक्ट और भी बेहतर होगा।
पिछले दिनों लालू यादव की तबियत के बारे में पूछने के लिए नीतीश कुमार के फोन करने पर बिहार में सियासत तेज हो गई थी और इसके कई मायने निकाले गए थे। इस पर नीतीश कुमार ने कहा कि मैं उनकी तबियत के बारे में जानने के लिए चार बार फोन किया लेकिन फोन को लेकर जो बातें सामने आई वो गलत है। अब अखबार से ही हालचाल लिया करूंगा।
वन इंडिया वन इलेक्शन पर भी नीतीश कुमार ने बात की और कहा कि सैद्धांतिक रूप से वो इसके पक्षधर हैं लेकिन इस पर सभी राजनैतिक पार्टियों को एक राय बनानी होगी। अगर एक साल एक साथ चुनाव होता है तो कम से कम साढ़े चार साल काम करने का मौका मिलेगा।