पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि देश में वोट के किए जातीय और संप्रदायिक तनाव का माहौल बनाया जा रहा हैं। लेकिन नीतीश का कहना था कि उनका विश्वास है कि काम के आधार पर वोट मांगना चाहिए, इसलिए वो वोट की चिंता नहीं वोटर की चिंता करते हैं। नीतीश पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह की जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस कार्यक्रम में उनके साथ केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान भी मोजूद थे।
नीतीश ने अपने भाषण में बार-बार इस बात का ज़िक्र किया कि समाज में प्रेम सद्भावना और सकरात्मक सोच की जगह एक टकराव और तनाव का माहौल को बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने खासकर सोशल मीडिया के माध्यम से अपशब्दों के इस्तेमाल पर चिंता जाहिर की। भाषण के दौरान नीतीश ने साफ-साफ कहा कि कुछ लोग समाज में टकराव का माहौल पैदा करना चाहते हैं, लेकिन उससे किसी समस्या का हल नहीं होगा। नीतीश के रूख से साफ है कि वो अपने सहयोगी भाजपा के टकराव की राजनीति से इत्तेफाक नहीं रखते।
दरअसल, रामनवमी के दौरान राज्य में जगह-जगह हुई हिंसा के बाद नीतीश अपने बिहार के सता में सहयोगी भाजपा के नेताओं के रूख से ख़ुश नहीं हैं। उनका मानना हैं जान-बूझकर टकराव का माहौल पैदा किया किया जा रहा है, जिससे चुनाव में धर्म के आधार पर ध्रुवीकरण हो।