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पटना: शायद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने पॉकेट में पैसे लेकर नहीं चलते। उनकी यह स्थिति तब देखने को मिला जब बुधवार को वे राजधानी पटना में नई बस सेवा के उद्घाटन के बाद बस का जायजा लेने के लिए बस में सवार हुए । नीतीश कुमार खुद सीट पर बैठकर एक यात्री के रूप में सुविधा का जायजा ले रहे थे, तभी बस कंडक्टर ने पटना के गांधी मैदान से रेलवे स्टेशन के बीच चलने वाली इस बस सेवा का 5 रुपए का टिकट उन्हें थमा दिया। नीतीश कुमार ने जब अपने कुर्ते की जेब में हाथ डाला, तब उन्हें आभास हुआ कि उनकी जेब में तो टिकट के लिए पैसे ही नहीं हैं। इतने में नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा ने पैसे दे दिए। बाद में नीतीश कुमार ने भाषण देते हुए कहा कि नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव ने पैसे देकर उन्हें बचा लिया।

बाद में उन्होंने यह भी कहा कि जब वे पहली बार विधायक बने थे, तो नगरसेवा की बस में बैठकर ही विधायक क्लब से विधानसभा तक की यात्रा करते थे। इसके साथ ही नीतीश ने शहर में चलने वाली महिला स्पेशल बसों के लिए विभाग के अधिकारियों को महिला ड्राइवर रखने का आदेश दिया।

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