मुंबई (जनादेश ब्यूरो): समाजसेवी अन्ना हजारे ने कृषि कानूनों के खिलाफ अपना प्रस्तावित अनशन अब नहीं करने का फैसला किया है। अन्ना ने खुद, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद फडणवीस की मौजूदगी में ऐलान किया है. यही नहीं, अन्ना ने किसानों के हित में सरकार की ओर से उठाए गए कदमों को समर्थन किया है. गौरतलब है कि कृषि कानूनों के खिलाफ वे शनिवार से अनशन करने वाले थे.गौरतलब है कि इससे पहले अन्ना ने कहा था कि केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ वे महाराष्ट्र के अपने गांव रालेगण सिद्धि में अनशन शुरू करेंगे।
उन्होंने एक बयान में कहा था कि मैं कृषि क्षेत्रों में सुरक्षा की मांग करता रहा हूं लेकिन ऐसा लगता हैं कि केंद्र सरकार किसानों से जुड़े मसलों को लेकर संवेदनशील नहीं है. उन्होंने अपने समर्थकों से यह भी अपील की थी कि कोरोना महामारी के चलते वे उनके मांग में एकत्रित नहीं हों। गौरतलब है कि केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ देश की राजधानी दिल्ली में हजारों की संख्या में किसान मोर्चा डाले हुए हैं. वे इन कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं. किसानों का दोटूक कहना है कि सरकार जब तक तीनों कानूनों को रद्द नहीं करेगी, वह यहां से नहीं हटेंगे।
केंद्र सरकार के साथ इस मसले पर उनकी 10 राउंड की बातचीत भी बेनतीजा रही है।