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मुंबई: महाराष्ट्र सरकार ने राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं की सुरक्षा को घटाने का एलान किया है। जिन नेताओं की सुरक्षा घटाने का फैसला लिया गया है, उनमें पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, राज ठाकरे, केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले, भाजपा नेता चंद्रकांत पाटिल, प्रवीण दरेकर, प्रसाद लाड और दूसरे मुख्य विपक्षी नेताओं के नाम शामिल हैं। एमएनएस पार्टी के अध्यक्ष राज ठाकरे की जेड सुरक्षा को हटा दिया गया है और इसके अलावा उनके काफिले से बुलेटप्रुफ वाहन को भी हटाने की बात कही गई है। सूत्रों की माने तो इसके लिए एक सुरक्षा समिति बैठक का आयोजन होता है और ये बैठकें एक महीने में दो से तीन बार होती हैं। समिति का कहना है कि पुलिस पर काफी तनाव बना रहता है, इसलिए विपक्ष के नेता की सुरक्षा को कम करने का फैसला लिया गया है।

सरकार के इस कदम के बाद देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जब मैं प्रदेश अध्यक्ष था तब भी मैंने कभी सुरक्षा नहीं मांगी। मुझे यह पहली बार मिली जब मैं सीएम बना और जब मुझे याकूब मेमन की मौत की सजा और अन्य मामले में धमकी मिली। सुरक्षा मामले की गंभीरता के आधार पर देनी चाहिए।

 

इधर राम कदम ने सरकार पर विपक्ष के नेताओं से बदला लेने का आरोप लगाया है। राम कदम ने कहा कि इस तरह सरकार विपक्ष के नेताओं को चुप कराना चाहती है। राम कदम ने आगे कहा कि भाजपा नेता ने पिछले एक साल में महाराष्ट्र सरकार की विफलताओं को दिखाया है। 

उन्होंने आगे कहा कि ना तो महाराष्ट्र सरकार ने किसानों की मदद की है और ना ही कोरोना काल में मरने वाले मरीजों के परिवार को कोई आर्थिक मदद दी है। इसलिए महाराष्ट्र सरकार ने यह फैसला अपना बदला लेने के लिए किया है।

 

 

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