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मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले बगावत करने वाले कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय निरुपम ने कहा है कि मैं कांग्रेस नहीं छोडूंगा चाहे पार्टी कोई भी फैसला ले। एक चैनल के कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि मैं किसी और पार्टी में नहीं जाना चाहता हूं। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले मुझे मुंबई अध्यक्ष पद से हटाया गया जिसका मुझे बहुत दुख हुआ है। निरुपम ने कहा कि पार्टी में अगर कुछ भी गलत होगा तो मैं बोलूंगा। उन्होंने कहा कि मैं बेखौफ और बेबाक हूं। उन्होंने कहा, कांग्रेस इस वक्त बुरे दौर से गुजर रही है। 

उधर, संजय निरुपम ने सोमवार को ट्वीट कर लिखा है कि राहुल गांधी की मुंबई रैली में मेरी अनुपस्थिति को लेकर जो बातें की जा रही हैं, वह पूरी तरह से गलत हैं। एक पारिवारिक कार्यक्रम की वजह से मैं पूरे दिन व्यस्त रहा था और इस बारे में मैंने उन्हें पहले ही बता दिया था। वह मेरे नेता हैं और वह हमेशा ही मेरे लिए एक जैसे रहेंगे।

खट्टर जी सोनिया जी से माफी मांगे

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि खट्टर जी हरियाणा के मुख्यमंत्री हैं। एक मुख्यमंत्री इतना नीचे गिर जाए,यह देखकर घिन्न आती है।

काँग्रेस अध्यक्ष सोनियाजी के लिए उनकी भाषा सर्वथा आपत्तिजनक है। वे सम्मानित महिला हैं।उनसे वरिष्ठ हैं और मुख्य विपक्षी दल की प्रमुख हैं। अगर वे संस्कारवान हैं तो उन्हें माफी माँगनी चाहिए।

आपको बता दें कि महाराष्ट्र में टिकट बंटवारे से नाराज संजय निरुपम ने कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा था कि कुछ सीटों को छोड़कर महाराष्ट्र में पार्टी की जमानत जब्त होगी। कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि मैं पार्टी छोड़ना चाहूंगा, लेकिन अगर पार्टी के भीतर चीजें इस तरह जारी रहती हैं, तो मुझे नहीं लगता कि मैं पार्टी में लंबे समय तक रह सकता हूं। मैं चुनाव प्रचार में हिस्सा नहीं लूंगा।

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