टोंक (राजस्थान): प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद देश के कुछ हिस्सों में कश्मीरियों पर हुए हमले को नामंजूर करते हुए शनिवार को कहा कि हमारी लड़ाई कश्मीर के लिए है, कश्मीरियों के खिलाफ नहीं है । प्रधानमंत्री ने यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हमारी लड़ाई कश्मीर के लिए है, कश्मीरियों के खिलाफ नहीं है । कश्मीरी बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी है। कश्मीर का बच्चा-बच्चा आतंकवादियों के खिलाफ है। हमें उसे अपने साथ रखना है।’’
उन्होंने कहा कि अमरनाथ की यात्रा करने लाखों श्रद्धालु जाते हैं, उनकी देखभाल कश्मीर का बच्चा करता है। अमरनाथ यात्रियों को जब गोली लगी तो कश्मीर के मुसलमान खून देने के लिए कतार लगाकर खड़े हो गए थे। उन्होंने कहा कि "हमारी लड़ाई आतंकवाद के खिलाफ है, कश्मीर के खिलाफ नहीं है। पिछले दिनों कश्मीरी बच्चों के साथ हिंदुस्तान के किसी कोने में क्या हुआ, क्या नहीं हुआ, घटना छोटी थी या बड़ी थी.. मुद्दा यह नहीं है। इस देश में यह होना नहीं चाहिए। कश्मीर में जैसे हिदुस्तान के जवान शहीद होते हैं, वैसे ही कश्मीर के लाल भी इन आतंकवादियों की गोलियों से शहीद होते हैं। ऐसी हरकतें उन लोगों को ताकत देते हैं जो भारत तेरे टुकड़े होंगे गैंग को आशीर्वाद देने जाते हैं।"
उन्होंने कहा, ‘‘अगर हमें आतंकवाद को जड़ से उखाड़ना है तो गलती नहीं करनी है।’’ मोदी ने कहा कि आम कश्मीरी भी आतंकवाद से मुक्ति चाहता है , लेकिन पहली सरकारों ने ऐसे बीज बोये की उनके सपने पूरे नहीं हुए।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री का यह बयान ऐसे समय में काफी महत्वपूर्ण है जब उच्चतम न्यायालय ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद कश्मीरियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की जनहित याचिका पर केन्द्र और 11 राज्यों को नोटिस जारी किया था । शीर्ष अदालत ने कश्मीरियों और अन्य अल्पसंख्यकों पर हमले की स्थिति में तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। केंद्र ने शुक्रवार रात सभी राज्यों को जम्मू कश्मीर से संबंधित लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। पीडीपी, नेशनल कांफ्रेस सहित कुछ राजनीति दलों ने भी इस विषय को उठाया था ।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी लड़ाई आतंकवाद और मानवता के दुश्मनों के खिलाफ है। अगर कश्मीरियों के सपने कोई पूरा करेगा तो यही नया हिंदुस्तान करेगा । मोदी ने कहा कि कश्मीर के पंच-सरपंचों ने मुझसे किया वादा निभाया है। मैंने उनसे कहा था कि जब आतंकवादी स्कूल जलाता है तब वह इमारत नहीं जलाता है, आपके बच्चों का भविष्य जलाता है। उन्होंने कहा, ‘‘ आज मैं गर्व के साथ कहता हूं कि कश्मीर घाटी के मेरे पंच-सरपंचों ने एक भी स्कूल जलने नहीं दिया ।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि आपका ये प्रधानसेवक दुनियाभर में आतंकियों का दाना पानी बंद करने में जुटा है। दुनिया में तब तक शांति संभव नहीं है, जब तक आतंक की फैक्ट्रियां चलती रहेंगी। उन्होंने कहा कि आतंक की फैक्ट्रियों पर ताला लगाना का काम मेरे ही हिस्से लिखा है, तो ऐसा ही सही । मोदी ने कहा कि आज प्रत्येक हिंदुस्तानी देश की सेना के साथ है, देश की भावनाओं के साथ है, लेकिन मुझे उन मुट्ठी भर लोगों पर अफसोस होता है, जो भारत में रहते हुए पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं। ये वही लोग है जो पाकिस्तान जाकर कहते है कि कुछ भी करो मगर मोदी को हटाओ । ये वही लोग हैं जो मुंबई हमले के बाद आतंकवाद को जवाब नहीं दे पाए थे।