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जयपुर: राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह ने विधानसभा के पहले सत्र में अपने अभिभाषण में पिछली भाजपा सरकार की एक तरह से आलोचना की और कहा कि वह पूर्ववर्ती सरकार की गलतियां निकालने में ही लगी रही। राज्यपाल के अभिभाषण में आर्थिक वृद्धि दर में गिरावट, कर्ज बोझ में बढोतरी के लिए गत सरकार को निशाना बनाया गया है। राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में कहा, 'इसके चलते सालाना औसत आर्थिक वृद्धि दर 2014-15 से 2017-18 के दौरान घटकर 7.19 प्रतिशत रह गई जो 2009-10 से 2013-14 की अवधि में 8.16 प्रतिशत थी। इसी तरह प्रति व्यक्ति आय में औसत वृद्धि 2009-10 से 2013-14 में 14.95 प्रतिशत थी जो 2014-15 से 2017-18 के दौरान घटकर 9.68 प्रतिशत रह गई।

राज्यपाल ने अपने अभिभाषण को सदन के पटल पर रखा। इसके अनुसार कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर 2008-09 में 4.19 प्रतिशत थी जो 2013-14 में बढ़कर 8.94 प्रतिशत हो गयी लेकिन गत सरकार की गलत नीतियों के चलते यह दर 2017-18 में घटकर 3.95 प्रतिशत रह गई। राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में राज्य पर कर्ज में बढ़ोतरी के लिए भी गत वसुंधरा राजे सरकार पर निशाना साधा है।

अभिभाषण के अनुसार राज्य पर कुल देनदारियां 2013-14 में 1.29 लाख करोड़ रुपये थीं जो 2018-19 में 3.08 लाख करोड़ रुपये अनुमानित हैं। राज्यपाल ने इसके लिए 'गत सरकार के वित्तीय कुप्रबंधन व संकुचित दृष्टिकोण को जिम्मेदार ठहराया है। अभिभाषण में मौजूदा कांग्रेस सरकार की विभिन्न क्षेत्रों के लिए 100 दिन की प्राथमिकताओं को भी रेखांकित किया गया है।

अभिभाषण के दौरान हंगामा

राजस्थान विधानसभा के पहले सत्र के तीसरे दिन बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के विधायक हनुमान बेनीवाल ने राज्यपाल कल्याण सिंह के अभिभाषण के दौरान हंगामा किया। बेनीवाल ने किसानों से मूंग की खरीद की मांग उठाई। राज्यपाल सिंह ने जैसे ही अपना अभिभाषण शुरू किया] बेनीवाल ने किसानों का मूंग दाल का मुद्दा उठाया। राज्यपाल ने अपना संबोधन जारी रखा और नवनिर्वाचित विधायकों को बधाई दी।

इस बीच संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने राज्यपाल से अपना अभिभाषण सदन के पटल पर रखने का आग्रह किया। हालांकि कुछ पंक्तियां पढने के बाद राज्यपाल ने अपना अभिभाषण पटल पर रख दिया और सदन से चले गए।वहीं बेनीवाल व विपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ के बीच एक बार फिर नोक झोंक देखने को मिली।

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