ताज़ा खबरें
संभल हिंसा: सपा सांसद बर्क और पार्टी विधायक के बेटे पर मुकदमा
संभल में मस्जिद सर्वे के दौरान भड़की हिंसा:अब तक 4 लोगों की मौत
निज्जर हत्याकांड: कनाडा में चार भारतीयों के खिलाफ सीधे होगा ट्रायल

जयपुर: राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में आज का दिन कांग्रेस पार्टी के लिए बेहद खास होगा: इन तीनों राज्यों में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस सरकार बना रही है। तीनों राज्यों में सोमवार को मुख्यमंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह होगा। बता दें कि राजस्थान में अशोक गहलोत, मध्य प्रदेश में कमलनाथ औ छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री जबकि सचिन पायलट ने राजस्थान के उप-मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। अशोक गहलोत और सचिन पायलट के शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत के लिए अलबर्ट हॉल राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी पहुंचीं। 

गहलोत के शपथ ग्रहण में दिखी विपक्ष की एकजुटता

मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के हालिया विधानसभा चुनाव में भाजपा को पटकनी देने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल यहां विपक्षी एकजुटता की धुरी बनते नजर आए। वहीं दूसरे विपक्षी दलों के आला नेताओं की शिरकत ने भाजपा एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ व्यापक गठबन्धन से जुड़ी कांग्रेस की उम्मीदों को पर लगाने का काम किया।

 

शपथ ग्रहण में राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के नेता एन चंद्रबाबू नायडू, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार, लोकतांत्रिक जनता दल के शरद यादव, द्रमुक नेता एमके स्टालिन, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एवं जद (एस) नेता एचडी कुमारस्वामी, राजद नेता तेजस्वी यादव, नेशनल कांफ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला और तृणमूल कांग्रेस के दिनेश त्रिवेदी शामिल हुए।

लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, भूपेंद्र हुड्डा, सिद्धरमैया, आनंद शर्मा, तरुण गोगोई, नवजोत सिंह सिद्धू, अविनाश पांडे सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी शपथ ग्रहण कार्यक्रम में पहुंचे।

गत मई महीने में कर्नाटक में कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन सरकार के शपथ ग्रहण कार्यक्रम के बाद यह दूसरा मौका था जब विपक्षी दलों के नेता इस तरह एक मंच पर नजर आए।

विपक्षी एकजुटता का यह नजारा उस वक्त दिख रहा है जब तीन राज्यों में जीत के बाद कांग्रेस और राहुल गांधी राजनीतिक हैसियत की लिहाज से पहले की तुलना में खुद को बहुत बेहतर स्थिति में महसूस कर रहे हैं।

राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक इन तीनों राज्यों के चुनावी नतीजों के बाद विपक्षी एकजुटता के साथ राहुल गांधी के कद में इजाफा साफ तौर पर दिख रहा है। वैसे, इसकी बानगी शनिवार को तमिलनाडु में देखने को मिली जब द्रमुक नेता स्टालिन ने राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाये जाने पैरवी की।

राजस्थान के मनोनीत मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को कहा, "एक बार मंत्रिमंडल तय हो जाएगा, तो मुख्यमंत्री उनकी सलाह पर काम करना शुरू कर देगा।.. जब ऐसा होगा, तो हम वह करेंगे, जो जनता के हित में होगा, और घोषणापत्र हमारी प्राथमिकता होगा।

राजस्थान के मनोनीत उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने सोमवार को अपने आवास पर कहा, "राज्य तथा राज्य की जनता के लिए नई शुरुआत है, उन्होंने हम पर विश्वास किया, और हमारा काम आज से शुरू हो रहा है। उन्होंने कहा, जैसे ही मंत्रिमंडल बन जाएगा, हम जनता से किए वादों पर काम शुरू कर देंगे। हम उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए काम करेंगे।"

गहलोत तीसरी बार राजस्थान के मुख्यमंत्री बने हैं। राज्य में तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने वाले वह चौथे नेता हैं। गहलोत से पहले भैंरो सिंह शेखावत और हरिदेव जोशी तीन-तीन बार मुख्यमंत्री रहे। हालांकि मोहन लाल सुखाड़िया सबसे अधिक चार बार इस पद पर रहे। गहलोत 1998 में पहली बार और 2008 में दूसरी बार मुख्यमंत्री बने थे। इंदिरा गांधी के समय से राजनीति में सक्रिय गहलोत केंद्र में मंत्री भी रहे हैं।

राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी में कई अहम पदों पर रह चुके गहलोत तीन बार कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष रहे हैं। गहलोत ने राजनीति के अलावा 1971 में बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम के दौरान पश्चिम बंगाल में बांग्लादेशी शरणार्थियों के शिविरों में काम किया और कई सामाजिक गतिविधियों में शामिल रहे।

उप मुख्यमंत्री बने पायलट फिलहाल राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हैं। वह लोकसभा सदस्य और मनमोहन सिंह सरकार में मंत्री रह चुके हैं। वह अपने जमाने में कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत राजेश पायलट के पुत्र हैं।

राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जीत मिलने के बाद मुख्यमंत्री पद के चयन को लंबी खींचतान हुई। गहलोत और पायलट दोनों इस पद की दौड़ में शामिल थे। मैराथन बैठकों और गहन मंथन के बाद 14 दिसंबर को कांग्रेस अध्यक्ष ने गहलोत को मुख्यमंत्री और पायलट को उप मुख्यमंत्री नामित करने का फैसला किया।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख