जयपुर: कांग्रेस विधायक दल ने राजस्थान में मुख्यमंत्री चुनने का अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को दिया है। पार्टी के विधायकों ने यहां इस आशय का एक पंक्ति का प्रस्ताव पारित किया। कांग्रेस विधायक परसराम मोरदिया ने संवाददाताओं को बताया,'हमने एक प्रस्ताव पारित कर पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को अधिकार दिया है कि वह मुख्यमंत्री के नाम पर अंतिम फैसला करें। हमने हाथ उठाकर प्रस्ताव पारित किया। इसके बाद विधायकों की अलग अलग राय ली जा रही है।
मोरदिया से जब उनकी व्यक्तिगत राय पूछी गयी तो उन्होंने कहा कि उनकी पसंद वही है जो 'आलाकमान की होगी। विधायक शांति धारीवाल ने कहा कि विधायक मुख्यमंत्री पद के नाम पर अपनी राय बैठक में दे रहे हैं। वहीं जाट नेता और विधायक विश्वेंद्र सिंह ने इस प्रस्ताव पर असंतोष जताया। विधायक दल की बैठक में हाजिर रहे सिंह ने कहा,''अगर फैसला पार्टी आलाकमान को ही करना है तो विधायक दल की बैठक बुलाने और पर्यवेक्षक भेजने का क्या मतलब है?
अशोक गहलोत
अशोक गहलोत का जन्म तीन मई 1951 को जोधपुर के पास महामंदिर में हुआ। वे दो बार राजस्थान के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। गहलोत 29 साल की उम्र में 1980 में जोधपुर से सांसद चुने गए और 1998 में पहली बार राजस्थान के मुख्यमंत्री बने। 2008 में दूसरी बार मुख्यमंत्री बने और 12 दिसंबर 2013 तक इस पद पर रहे। अशोक गहलोत तीन बार राजस्थान में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं और 1982 में पहली बार इंदिरा गांधी सरकार में मंत्री बने थे। वे 1984 में राजीव गांधी सरकार में भी मंत्री बने और 1991 में पीवी नरसिम्हा राव सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे। 2018 में गहलोत को पार्टी में संगठन महासचिव की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई।
सचिन पायलट
सचिन पायलट राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। उनके पिता राजेश पायलट बड़े गुर्जर नेताओं में से एक थे। सचिन 26 साल की उम्र में संसद के लिए निर्वाचित हुए और 2004 में वह राजस्थान के दौसा लोकसभा सीट से जीते। 2009 में गठित 15वीं लोकसभा में उन्होंने अजमेर का प्रतिनिधित्व किया था और 2012 से 2014 तक केंद्र में मंत्री भी रहे।