मुंबई: चीन के सान्या में मिस वर्ल्ड का खिताब जीतकर मानुषी छिल्लर बीती रात करीब 1 बजे भारत लौट आई। उन्हें देखने के लिए एयरपोर्ट पर फैंस और मीडिया की भारी भीड़ लगी थी। मानुषी के पहुंचने के घंटों पहले से ही उनके फैन्स एयरपोर्ट पर पोस्टर बैनर के साथ उनके वेलकम के लिए खड़े थे। मानुषी के लिए वहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं थे। लोगों और मीडियाकर्मियों से सीआईएसएफ के जवानों को हाथापाई हुई। सुरक्षा के लिए वहां तकरीबन 12 सीआईएसएफ के जवान थे।
गौरतलब है कि मानुषी छिल्लर भारत की छठी महिला हैं जिन्होंने मिस वर्ल्ड का खिताब जीता है। मानुषी के चेहरे पर दुनिया जीत कर वतन लौटने की खुशी साफ जाहिर हो रही थी।
मानुषी ने दुनिया की 117 सुदंरियों को हराकर मिस वर्ल्ड का खिताब जीतकर हिंदुस्तान का मान बढ़ाया है। हरियाणा के मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाली मानुषी सोनीपत के भगत फूल सिंह गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज फॉर वूमेन की छात्रा रह चुकी हैं।
कॉन्टेस्ट में उनसे पूछा गया था कि किस प्रोफेशन को सबसे ज्यादा सैलरी मिलनी चाहिए और क्यों। इसका जवाब देते हुए मानुषी ने कहा कि एक मां को सबसे ज्यादा इज्जत मिलनी चाहिए और जहां तक सैलरी की बात है, तो इसका मतलब रुपयों से नहीं बल्कि सम्मान और प्यार से है।
मिस वर्ल्ड का खिताब जीतने के बाद मानुषी ने कहा, 'मैं भारत को ये गौरव दिलाने के लिए उत्साहित थी। मेरे माता-पिता का सपोर्ट हमेशा मेरे साथ रहा। उनके इस समारोह के दौरान मौजूद रहने से मुझे ताकत मिली। प्रतियोगिता के दौरान मेरा अंतिम जवाब भी उनके सामने रहने के कारण ही जहन में आ सका।
मेडिकल की पढ़ाई करते-करते मानुषी का सेलेक्शन मिस इंडिया के लिए हुआ। अपने खान-पान से लेकर अपने लुक्स बॉडी लैंग्वेज और अपनी डॉक्टरी की पढ़ाई और क्लासेस के बीच में मैनेज करना मानुषी के लिए आसान नहीं था। मानुषी की लाइफ काफी अनुशासित रही है।