मुंबई: बीते जमाने की मशहूर अभिनेत्री गीता कपूर को एक माह बाद गुरूवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई और उन्हें वृद्धाश्रम भेज दिया गया। गीता का बेटा उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने के बाद दोबारा उनकी सुध लेने वापस नहीं आया। एक माह से अस्पताल में भर्ती गीता के लंबे बिल का भुगतान निर्माता अशोक पंड़ित और रमेश तौरानी ने किया और उन्होंने ही गीता को अंधेरी स्थित जीवन आशा वृद्धाश्रम भेजने का इंतजाम भी किया। पंडित ने ट्वीट किया, ‘‘गीता कपूर जी को अंधेरी के जीवन आशा वृद्धाश्रम में शिफ्ट कराने के बाद राहत महसूस कर रहा हूं। वह मुस्कुरा रहीं हैं और जल्दी ही ठीक हो जाएंगी।’’ ‘‘पाकीजा’’ और ‘‘रजिया सुल्तान’’ में अभिनय करने वाली गीता को अनियमित रक्तचाप की शिकायत के चलते उनके बेटे ने गोरेगांव के एसआरवी अस्पलात में भर्ती कराया था। मां को भर्ती कराने के बाद एटीएम से पैसा निकालने की बात कह कर गया बेटा इसके बाद कभी नहीं लौटा। पंड़ित ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘डा त्रिपाठी, जीवन आशा वृद्धाश्रम और रमेश तौरानी जी गीता कपूर जी को आपने जो सहयोग दिया उसके लिए शुक्रिया। हम मिल कर उनका गौरव वापस लाएंगे।’’ गीता का उपचार करने वाले चिकित्सक का कहना है कि गीता को विश्वास था कि उनका बेटा उनके लिए वापस लौट कर आएगा। एसआरवी अस्पताल के डा दिपेन्द्र त्रिपाठी ने कहा, ‘‘जब वह गया वह वहीं थीं।
तो उनको वही सब याद है और कहती हैं, कि वह पैसे ले कर वापस आएगा। यह बहुत दुखद घटना है..सबसे आश्चर्य वाली बात तो यह है कि मीड़िया में रिपोर्ट आने के बाद भी उनका कोई रिश्तेदार नहीं आया।’’