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इंदौर: भारत और न्‍यूजीलैंड के बीच इंदौर के होलकर स्टेडियम में 3 टेस्ट मैचों की सीरीज के अंतिम मैच के तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक टीम इंडिया ने अपनी पकड़ काफी मजबूत कर ली। उसकी कुल बढ़त 276 रन हो गई है। भारत ने दूसरी पारी में बिना किसी नुकसान के 18 रन बनाए। मुरली विजय (9) और चेतेश्वर पुजारा (1) नाबाद लौटे। गौतम गंभीर (6) रिटायर्ड हर्ट हुए। तीसरे दिन ऑफ स्पिनर आर अश्विन की फिरकी का कमाल देखने को मिला और उनके सामने न्यूजीलैंड के बल्लेबाज असहाय नजर आए। अश्विन ने 27.2 ओवर में 81 रन देकर 6 विकेट चटकाए। जबकि दूसरे स्पिनर रवींद्र जडेजा ने दो विकेट अपने नाम किए। टीम इंडिया के 557 रनों के जवाब में न्यूजीलैंड की पहली पारी चायकाल के बाद 299 रन पर सिमट गई। इस प्रकार टीम इंडिया को पहली पारी के आधार पर 258 रन की बढ़त हासिल हुई। दो साल बाद टीम इंडिया में वापसी करने वाले गौतम गंभीर की किस्मत ने साथ नहीं दिया और वह दूसरी पारी में 7 गेंदों में 6 रन बनाकर रिटायर्ड हर्ट हो गए। दरअसल फील्डिंग के दौरान उनके दाएं कंधे में चोट लग गई थी और वह मैदान से बाहर चले गए थे। लेकिन माना जा रहा था कि उनकी चोट मामूली है। वह बल्लेबाजी करने भी उतरे। लेकिन तीसरे ओवर की पांचवीं गेंद पर दूसरे रन के लिए दौड़ते समय उन्हें क्रीज तक पहुंचने के लिए डाइव लगानी पड़ी और उनका वही कंधे फिर से चोटिल हो गया। फिजियो को बुलाया गया, लेकिन गंभीर कंधा भी नहीं घुमा पा रहे थे। इसलिए उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा।

पहली पारी में गंभीर ने अच्छी शुरुआत की थी। लेकिन 29 रन बनाकर आउट हो गए थे। अश्विन ने 81 रन देकर छह विकेट लिये और इस तरह से अपने करियर में 20वीं बार पारी में पांच या इससे अधिक विकेट लेने का कारनामा किया। उन्होंने बीच में करिश्माई स्पैल करके न्यूजीलैंड के मध्यक्रम को झकझोरा और आखिर में उसकी टीम को 299 रन पर समेटने में अहम भूमिका निभायी। अश्विन ने दो रन आउट भी किये जबकि रविंद्र जडेजा (80 रन देकर दो विकेट) ने बाकी दो विकेट हासिल किये। भारत ने इस तरह से पहली पारी में 258 रन की बढ़त हासिल की लेकिन कप्तान विराट कोहली ने कीवी टीम को फालोआन नहीं दिया। कोहली (211) और अजिंक्य रहाणे (188) की बड़ी शतकीय पारियों से अपनी पहली पारी पांच विकेट पर 557 रन बनाकर समाप्त घोषित करने वाले भारत ने तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक अपनी दूसरी पारी में बिना किसी नुकसान के 18 रन बनाये हैं और अब उसकी कुल बढ़त 276 रन हो गयी है। भारत के लिये हालांकि दिन का आखिरी क्षण अच्छा नहीं रहा क्योंकि सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर के कंधे में चोट लग गयी और उन्हें रिटायर्ड हर्ट होकर क्रीज छोड़नी पड़ी। बायें हाथ का इस बल्लेबाज ने रन पूरा करने के लिये डाइव लगायी थी। गंभीर को लोकेश राहुल और शिखर धवन के चोटिल होने के कारण टीम में लिया गया था। क्षेत्ररक्षण करते समय भी उनके कंधे में चोट लगी थी। गंभीर ने छह रन बनाये। स्टंप उखड़ने के समय मुरली विजय 11 और चेतेश्वर पुजारा एक रन पर खेल रहे थे। बाद में जेम्स नीशाम (71) ने कीवी टीम की कुछ उम्मीदें जगायी लेकिन अश्विन ने उनकी पारी का अंत करके अपना पांचवां विकेट लिये। यही नहीं उन्होंने गुप्टिल और जीतन पटेल को रन आउट करने में भी भूमिका निभायी। नीशाम ने अपनी पारी के दौरान बीजे वाटलिंग (23) और मिशेल सैंटनर (22) के साथ अर्धशतकीय साझेदारियां की। न्यूजीलैंड ने दिन की शुरूआत बिना किसी नुकसान के 28 रन से की लेकिन सुबह के सत्र में भारत को केवल एक सफलता मिली। हालांकि इस बीच शुरू में ही गुप्टिल और लैथम दोनों का भाग्य ने साथ दिया। गुप्टिल जब 21 रन बनाकर खेल रहे थे तब दिन के चौथे ओवर में ही मोहम्मद शमी की गेंद पर रहाणे ने दूसरी स्लिप में उनका कैच छोड़ा। शमी को लैथम को भी आउट करने का मौका मिला। बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने गेंद को शार्ट मिड विकेट की ओर खेला लेकिन जडेजा बायीं ओर गोता लगाने के बावजूद कैच नहीं लपक सके। लैथम इस समय 13 रन बनाकर खेल रहे थे। अश्विन ने लंच से कुछ देर पहले लैथम को अपनी ही गेंद पर कैच आउट करके भारत को शुरूआती सफलता दिलायी। इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ गया और दूसरे सत्र में उन्होंने न्यूजीलैंड के मध्यक्रम को हिला कर रख दिया। अश्विन ने लंच के बाद सबसे पहले न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन (आठ) को आउट किया और फिर खराब फार्म से जूझ रहे रोस टेलर और ल्यूक रोंची को पवेलियन की राह दिखायी। ये दोनों खाता भी नहीं खोल पाये। अश्विन ने स्पिन लेती गेंद पर विलियमसन को कट करने के लिये मजबूर किया और गेंद बल्ले से लगकर विकेटों में समा गयी। टेलर और रोंची ऐसी गेंदों पर आउट हुए जिसने बहुत अधिक टर्न नहीं लिया। गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर स्लिप में खड़े अजिंक्य रहाणे के पास पहुंची। इनमें से दूसरे अवसर पर गेंद पहले विकेटकीपर रिद्विमान साहा के थाई पैड पर लगी थी। अश्विन ने इस तरह से 13 गेंद के अंदर तीन विकेट लिये। इन दोनों के आउट होने के बीच गुप्टिल रन आउट हुए जिन्होंने अपनी पारी में दस चौके और दो छक्के लगाये। जब रोंची आउट हुआ तब अश्विन का गेंदबाजी विश्लेषण 18.1 ओवर में 44 रन देकर चार विकेट था। इस दौरान जो 13 ओवर किये गये उनमें जडेजा को गेंद नहीं सौंपी गयी और कप्तान विराट कोहली ने दूसरे छोर से अपने मध्यम गति के गेंदबाजों को लगाये रखा। आखिर में अश्विन की जगह पर जडेजा गेंद करने के लिये और उन्होंने विकेटकीपर बल्लेबाज वाटलिंग को आउट करके नीशाम के साथ उनकी छठे विकेट के लिये 53 रन की साझेदारी तोड़ी। वाटलिंग ने जडेजा की गेंद को रक्षात्मक रूप से खेलने का प्रयास किया लेकिन वह उनके बल्ले का किनारा लेकर रहाणे के पास चली गयी जिन्होंने 188 रन की बेहतरीन पारी खेलने के बाद अपना तीसरा कैच लपका। चाय के विश्राम के बाद नीशाम ने कुछ अच्छे शाट लगाये। उन्होंने सैंटनर के साथ सातवें विकेट के लिये 52 रन जोड़े। कोहली ने जडेजा की गेंद पर सैंटनर का खूबसूरत कैच लेकर यह साझेदारी तोड़ी जबकि अश्विन ने नीशाम को पगबाधा आउट किया। तब हालांकि गेंद लेग स्टंप से बाहर निकल रही थी और बल्लेबाज अंपायर कुमार धर्मसेना के फैसले से खुश नहीं थे।

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