मुंबई: बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त लोढा समिति की कुछ बड़ी सिफारिशों को खारिज करने का बचाव करते हुए कहा कि इनको स्वीकार या खारिज करना बोर्ड के सदस्यों पर निर्भर करता है। ठाकुर ने कहा कि यहां आम सभा की लंबी विशेष बैठक के बाद बीसीसीआई सदस्यों ने लोढा समिति की कई अहम सिफारिशें स्वीकार कर ली लेकिन सदस्यों को लगा कि जिन पर कानूनी चुनौती दी जा सकती है या जिन्हें लागू करने में दिक्कत होगी उन्हें स्वीकार नहीं किया गया। लोढा समिति की सिफारिशों को पूर्ण रूप से लागू करने के उच्चतम न्यायालय के निर्देश के बारे में पूछने पर ठाकुर ने कहा, ‘अगर आप संपूर्ण ढांचे को देखें तो बोर्ड का गठन सदस्य करते हैं। जहां तक अनुराग ठाकुर और अजय शिर्के का सवाल है तो हम बैठक बुलाने के लिए हैं और इन्हें स्वीकार या खारिज करना सदस्यों पर निर्भर करता है।’ उन्होंने कहा, ‘हमने सदस्यों को लोढा समिति की सिफारिशों को स्वीकार करने के लिए आमंत्रित किया था और सदस्यों ने अपना नजरिया रखा और बताया कि वे सिफारिशों को लेकर क्या महसूस करते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘सदस्य क्या सोचते हैं और उन्होंने क्यों स्वीकार (कुछ सिफारिशों को) किया और क्यों स्वीकार नहीं किया (अन्य को) इस पर उच्चतम न्यायालय में विस्तृत रिपोर्ट भेजी जाएगी और लोढा समिति को भी।’ ठाकुर ने साथ ही कहा कि बोर्ड ने लोढा समिति की कई महत्वपूर्ण सिफारिशों को स्वीकार किया है। उन्होंने साथ ही बताया कि सभी राज्यों ने बैठक में हिस्सा लिया। विदर्भ क्रिकेट संघ ने अनुपस्थित रहने की स्वीकृति मांगी थी जिसे स्वीकार कर लिया गया।