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नई दिल्‍ली: भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के चीफ बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों का जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन जारी है। भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन (आईएओ) की अध्यक्ष पीटी उषा ने हाल ही में बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ सड़कों पर पहलवानों के #में तू प्रोटेस्ट की कड़ी आलोचना की थी। पहलवानों ने पीटी उषा के इस बयान पर हैरानी जताई थी। अब बुधवार को पीटी उषा ने जंतर-मंतर पहुंच कर पहलवानों से मुलाकात की है।

जंतर-मंतर पर पूर्व ओलंपियन पीटी उषा ने धरने पर बैठे पहलवान विनेश फोगाट, साक्षी मालिक और बाकी पहलवानों से बातचीत की. इस दौरान बजरंग पूनिया ने बताया, "पीटी उषा ने बोला कि वे हमारे साथ खड़ी हैं और हमें न्याय दिलाएंगीं। वे पहले एक एथलीट हैं और फिर कुछ और। पीटी उषा ने यह भी कहा कि उनकी टिप्पणियों का गलत अर्थ निकाला गया।" बजरंग पूनिया ने कहा कि बृजभूषण शरण सिंह के जेल जाने तक हम यहीं रहेंगे।

पीटी उषा ने पहले कहा था- धरने से खराब हो रही देश की छवि

इससे पहले पीटी उषा ने धरने का विरोध करते हुए कहा था कि खिलाड़ियों को सड़कों पर विरोध-प्रदर्शन नहीं करना चाहिए। इससे देश की छवि खराब हो रही है। इसके जवाब में पहलवानों ने कहा था कि उनसे ऐसे बयान की उम्मीद नहीं थी। वो न्याय और सहयोग के लिए पीटी उषा की ओर देख रहे थे।

तीन महीने के लंबे इंतजार से निराश पहलवानों ने 23 अप्रैल से जंतर मंतर पर फिर से धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया और डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष की गिरफ्तारी को लेकर उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया. स्पष्ट है पहलवानों के इस कदम से आईओए खुश नहीं था।

विनेश फोगाट बोलीं-कोई कार्रवाई नहीं हुई

उधर, विनेश फोगाट ने कहा कि हमने केंद्रीय खेल मंत्री (अनुराग ठाकुर) से बात करने के बाद अपना धरना समाप्त कर दिया था और सभी एथलीटों ने उन्हें यौन उत्पीड़न के बारे में बताया था.। एक कमेटी बनाकर उन्होंने मामले को दबाने की कोशिश की, उस समय कोई कार्रवाई नहीं की गई.।

अधिकारियों को सब कुछ बताया था- फोगाट

विनेश फोगाट ने खुलासा किया कि जंतर-मंतर पर बैठने से तीन-चार महीने पहले हम एक अधिकारी से मिले थे। हमने उन्हें सब कुछ बताया था कि कैसे महिला एथलीटों का यौन उत्पीड़न हो रहा है। मानसिक रूप से उन्हें प्रताड़ित किया जाता है। उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो हम धरने पर बैठ गए। फोगाट ने कहा, "एक शक्तिशाली व्यक्ति के खिलाफ खड़ा होना मुश्किल है, जो लंबे समय तक अपनी शक्ति और स्थिति का दुरुपयोग करता रहा।"

बृजभूषण बोले- जब घर आते थे, तब क्यों नहीं की शिकायत

बृजभूषण शरण सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में पहलवानों पर ही आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, ''जिन अध्यक्ष के घर आप आते थे, शादी में बुलाते थे, परिवार में आते थे, घुल-मिलकर रहते थे, जैसे एक परिवार हों। तब आपने कोई गोपनीय शिकायत नहीं की। आपको तब सारी दिक्कत हो जाती है, जब मैं एक पॉलिसी लेकर आता हूं।"

उन्होंने कहा, "ओलिंपिक में कौन जाएगा, कौन नहीं जाएगा, ये नियम बनाता हूं, तब आपको तकलीफ होती है। कुश्ती में सामान्य परिवार के बच्चे आते हैं। कहीं न कहीं उनके माता-पिता अपनी जरूरतों में कटौती करके बादाम-घी का इंतजाम करते हैं।"

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