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नई दिल्ली: लवलीना बोरगोहेन ने 70-75 किलोग्राम भारवर्ग में स्वर्ण पदक अपने नाम किया है। उन्होंने फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई मुक्केबाज ऑस्ट्रेलिया की कैटलिन एन पार्कर को मात दी। इस मैच में दोनों खिलाड़ियों के बीच कांटे की टक्कर थी। पहला राउंड लवलीना ने 3-2 के अंतर से अपने नाम किया। वहीं, दूसरा राउंड ऑस्ट्रेलिया खिलाड़ी ने जीता। तीसरे और आखिरी राउंड में दोनों के बीच कांटे की टक्कर रही और अंत में मैच का नतीजा रिव्यू के लिए गया। सभी जज ने मिलकर लवलीना को विजेता घोषित किया।

इसके साथ ही देश को इस प्रतियोगिता में चौथा स्वर्ण पदक मिल गया। निकहत जरीन ने महिला विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारत को तीसरा स्वर्ण पदक दिलाया है। उन्होंने वियतनाम की न्यूगेन थी ताम को फाइनल में मात दी। निकहत से पहले ही स्वर्ण पदक की उम्मीद की जा रही थी और उन्होंने आशा अनुसार प्रदर्शन कर देश को पदक दिलाया है। फाइनल मैच में निकहत ने शुरुआत से ही शानदार प्रदर्शन किया। पहले राउंड में उन्होंने 5-0 की बढ़त बना ली थी। इसके बाद दूसरे राउंड में भी उन्होंने अपनी बढ़त जारी रखी।

तीसरे राउंड में उन्होंने वियतनाम की मुक्केबाज को शानदार पंच जड़ा। इसके बाद रेफरी ने मैच रोककर वियतनाम की मुक्केबाज का हाल-चाल जाना। यहीं से निकहत की जीत तय हो गई थी। अंत में उन्होंने यह मुकाबला 5-0 के अंतर से अपने नाम किया और लगातार दूसरी बार बॉक्सिंग चैंपियनशिप जीत ली।

इस प्रतियोगिता में भारत की झोली में कुल चार स्वर्ण पदक आए हैं। उनसे पहले निकहत जरीन ने 48-50 किग्रा भारवर्ग, नीतू घणघस ने 45-48 किग्रा भारवर्ग और स्वीटी बूरा ने 75-81 किग्रा भारवर्ग में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था।

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