नई दिल्ली: भारत की स्टार महिला मुक्केबाज निकहत जरीन ने एक और उपलब्धि अपने नाम कर ली है। उन्होंने लगातार दूसरे साल विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीत लिया। निकहत ने वियतनाम की न्यूगेन थी ताम को 5-0 से हराया। उन्होंने दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में रविवार (26 मार्च) को तिरंगा लहरा दिया। निकहत पिछले साल मई में भी इस टूर्नामेंट में स्वर्ण जीती थीं। निकहत से पहले ही स्वर्ण पदक की उम्मीद की जा रही थी और उन्होंने आशा अनुसार प्रदर्शन कर देश को पदक दिलाया।
फाइनल मैच में निकहत ने शुरुआत से ही शानदार प्रदर्शन किया। पहले राउंड में उन्होंने बढ़त बना ली थी। इसके बाद दूसरे राउंड में भी उन्होंने अपनी बढ़त जारी रखी और तीसरे राउंड में वियतनाम की मुक्केबाज को शानदार पंच जड़ा। इसके बाद रेफरी ने मैच रोककर वियतनाम की मुक्केबाज का हाल-चाल जाना। यहीं से निकहत की जीत तय हो गई थी। अंत में उन्होंने यह मुकाबला 5-0 के अंतर से अपने नाम कर लिया।
इस मैच के दौरान निकहत को चोट लगी थी। उनके ऊपरी होंठ से हल्का खून भी बह रहा था, लेकिन वह इससे घबराई नहीं और संयम के साथ खेलते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किए।
महिला विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारत को तीन स्वर्ण पदक मिल चुके हैं। सबसे पहले नीतू घणघष ने 45-48 किलोग्राम भारवर्ग में देश के लिए स्वर्ण पदक जीता था। इसके बाद स्वीटी बूरा ने 75-81 किग्रा भारवर्ग में स्वर्ण पदक अपने नाम किया। अब निकहत जरीन ने 48-50 किग्रा भारवर्ग में स्वर्ण पदक हासिल किया है। निकहत के बाद लवलीना बोरगोहेन भी फाइनल में जीत हासिल कर इस प्रतियोगिता में देश को चौथा स्वर्ण दिला सकती हैं।