नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंच गई है। क्राइस्टचर्च में न्यूजीलैंड ने श्रीलंका के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट को जीतकर भारत को फाइनल में पहुंचा दिया। भारत को फाइनल में पहुंचने के लिए दो टेस्ट में से किसी एक में श्रीलंका की हार या ड्रॉ की जरूरत थी। न्यूजीलैंड ने लंकाई टीम को परास्त कर भारत को बड़ी खुशी दे दी। अब भारत और ऑस्ट्रेलिया के चौथे टेस्ट मैच के नतीजे का कोई असर विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के समीकरण पर नहीं पड़ेगा।
न्यूजीलैंड से हारकर श्रीलंका बाहर
भारत लगातार दूसरी बार विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचा है। पिछली बार 2021 में उसे न्यूजीलैंड के खिलाफ हार मिली थी। इस बार न्यूजीलैंड ने ही उसे फाइनल में पहुंचने में मदद की है। इस बार टीम इंडिया फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलेगी। दोनों टीमों के बीच अभी चार टेस्ट मैचों की सीरीज खेली जा रही है। जिसमें भारत 2-1 से आगे है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल सात से 11 जून तक इंग्लैंड के ओवल स्टेडियम में खेला जाएगा।
मैच की बात करें तो न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। श्रीलंका ने पहली पारी में 355 रन बनाए। वहीं, न्यूजीलैंड ने पहली पारी में 373 रन बनाए। इस तरह उसे पहली पारी में 18 रनों की बढ़त मिली। श्रीलंका ने दूसरी पारी में 302 रन बनाए। न्यूजीलैंड को दूसरी पारी में जीत के लिए 285 रनों का लक्ष्य मिला। केन विलियम्सन के शतक की बदौलत ने मैच के पांचवें और अंतिम दिन आखिरी गेंद पर श्रीलंका को हरा दिया।
विलियम्सन की मैराथन पारी
दुनिया के दिग्गज बल्लेबाजों में एक केन विलियम्सन ने दूसरी पारी में लक्ष्य का पीछा करते हुए मैराथन पारी खेली। उन्होंने अंत तक अपने विकेट को संभाले रखा। एक तरफ लगातार विकेट गिर रहे थे तो दूसरी ओर विलियम्सन रन बना रहे थे। उन्होंने नाबाद 121 रन बनाए। 194 गेंदों में विलियम्सन ने 11 चौके लगाए। उनके बल्ले से एक छक्का भी निकला। न्यूजीलैंड के लिए डेरेल मिचेल ने 81 रनों की पारी खेली। टॉम लाथन ने 25 और हेनरी निकोल्स ने 20 रन बनाए। माइकल ब्रैसवेल ने महत्वपूर्ण 10 रन बनाए।