पेरिस: फ्रांस की कैरोलिन गार्सिया और क्रिस्टिना म्लादेनोविक की जोड़ी ने रविवार को कोको गौफ और जेसिका पेगुला की अमेरिकी जोड़ी को हराकर फ्रेंच ओपन टेनिस ग्रैंडस्लैम के महिला डबल्स का मखिताब अपने नाम किया।
कैरोलिन और क्रिस्टिना की यह रोलां गैरों पर दूसरी महिला डबल्स चैंपियनशिप है। इस जोड़ी ने 2016 में भी यहां खिताब जीता था। कैरोलिन और क्रिस्टिना की जोड़ी ने सिंगल्स वर्ग की उपविजेता गौफ और पेगुला की जोड़ी से फाइनल में पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए 2-6, 6-3, 6-2 से जीत दर्ज की। गौफ शनिवार को महिला सिंगल्स फाइनल में इगा स्वियातेक से हार गई थीं। गौफ और पेगुला पहली बार एक साथ मेजर डबल्स स्पर्धा में खेल रही थीं। क्रिस्टिना की यह छठी ग्रैंडस्लैम डबल्स ट्राफी है, इनमें 4 टिमिया बाबोस के साथ जीती हैं।
टेनिस हाल आफ फेम में शामिल और समान अधिकार की वकालत करने वाली अमेरिका की पूर्व महान टेनिस खिलाड़ी बिली जीन किंग का मानना है कि फ्रेंच ओपन को महिलाओं को रात्रि सत्र में अधिक मुकाबले खेलने का मौका देना चाहिए जो ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट में आकर्षण का केंद्र होते हैं।
इस साल के टूर्नामेंट के 10 रात्रि सत्र में से सिर्फ एक में महिला खिलाडि़यों को खेलने का मौका मिला। किंग ने कहा, 'हम अधिक (महिला) मुकाबलों का आयोजन नहीं करेंगे तो स्थिति निश्चित तौर पर ऐसी ही रहेगी। आपको उन्हें प्राइम टाइम पर खेलने का मौका देना होगा और आपको इसका तरीका ढूंढना होगा। आप महिला और पुरुष दोनों को बराबरी का मौका देना चाहते हैं। आप हमेशा सुनिश्चित करना चाहते हैं कि आप प्रत्येक व्यक्ति के साथ सही चीज करें।' किंग ने कहा, 'उन्हें महिलाओं के भी उतने ही मुकाबले कराने चाहिए जितने पुरुषों के कराते हैं।'