मोहाली: विश्व कप 2011 में भारत की जीत के हीरो युवराज सिंह ने बातचीत के दौरान इस खतरनाक बीमारी से जूझ चुके 17 बच्चों को विशेष टिप्स दिए।किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ 24 गेंद में 42 रन की पारी खेलकर अपनी टीम सनराइजर्स हैदराबाद को इंडियन प्रीमियर लीग में अहम जीत दिलाने वाले युवराज पीसीए स्टेडियम में बच्चों के समूह से बात कर रहे थे जिसमें से कई बच्चे सात या आठ साल के थे। जब एक बच्चे ने युवराज से पूछा कि क्या वह दोबारा छह छक्के लगाएंगे तो चंडीगढ़ के 34 साल के इस बल्लेबाज ने कहा, ‘‘आप प्रार्थना कीजिए, मैं दोबारा छह छक्के मारूंगा।’’ बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने हालांकि कहा कि उन्हें नहीं पता कि उन्होंने छह छक्के कैसे मारे थे, उन्होंने कहा, ‘‘तब से काफी साल बीत गए हैं।’’ युवराज के एक ओवर में छह छक्के भारतीय क्रिकेट के सबसे यादगार लम्हों में से एक है और उन्होंने यह कारनामा 2007 में दक्षिण अफ्रीका में हुए विश्व टी20 के दौरान इंग्लैंड के स्टुअर्ट ब्राड के ओवर में किया था। कैंसर को मात देने वाला एक बच्चा अब आठ साल का है और उसे सिर्फ 18 माह की उम्र में कैंसर का पता चला था। अब चौथी कक्षा में पढ़ रहे इस लड़के ने कहा कि युवराज जैसे खिलाड़ी उनके लिए बहुत बड़ी प्रेरणा हैं।
बच्चे ने कहा, ‘‘मुझे क्रिकेट पसंद है और युवी तथा सुरेश रैना को खेलते हुए देखकर मुझे काफी आनंद आता है।’’ युवराज ने बच्चों को टिप्स देते हुए कहा कि कैंसर जैसी बीमारी से जंग आपको सिखाती है कि जीवन को कभी हल्के में नहीं लेना चाहिए और अपने परिवार या मित्रों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।युवराज को 2011 विश्व कप का प्लेयर आफ द टूर्नामेंट चुना गया था और बाद में इसी साल उन्हें कैंसर का पता चला था।