ताज़ा खबरें
संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

मोहाली: एबी डिविलियर्स के अर्धशतक के बाद शेन वॉटसन और युजवेंद्र चाहल की उम्दा गेंदबाजी से रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने आईपीएल-9 के रोमांचक मैच में किंग्स इलेवन पंजाब को एक रन से हरा दिया। आरसीबी के 176 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए पंजाब की टीम वॉटसन (22 रन पर दो विकेट) और चाहल (30 रन पर दो विकेट) की धारदार गेंदबाजी के सामने कप्तान मुरली विजय (89) के बड़े अर्धशतक के बावजूद चार विकेट पर 174 रन ही बना सकी। विजय ने 57 गेंद में सामना करते हुए 12 चौके और एक छक्का मारा। मार्कस स्टोइनिस ने अंत में 22 गेंद में तीन चौकों और एक छक्कों की मदद से नाबाद 34 रन बनाए, लेकिन टीम को जीत नहीं दिला पाए। आरसीबी के नौ मैचों में चार जीत से आठ अंक हो गए हैं, जबकि पंजाब की टीम 10 मैचों में सिर्फ तीन जीत से छह अंक के साथ अंतिम पायदान पर है। पंजाब को कप्तान विजय और हाशिम अमला (21) की सलामी जोड़ी ने 5.3 ओवर में 45 रन जोड़कर ठोस शुरुआत दिलाई। अमला ने लेग स्पिनर युजवेंद्र चाहल पर चौका जड़ा, जबकि विजय ने तेज गेंदबाज क्रिस जोर्डन का स्वागत दो चौकों के साथ किया। वॉटसन ने अमला को मिड विकेट पर स्टुअर्ट बिन्नी के हाथों कैच कराके इस साझेदारी को तोड़ा।

विजय और रिद्धिमान साहा (16) ने इसके बाद पारी को आगे बढ़ाया। साहा ने वरुण आरोन पर चौका मारा, जबकि विजय ने इस तेज गेंदबाज पर छक्का जड़ा। साहा हालांकि चाहल की गेंद को आगे बढ़कर खेलने की कोशिश में स्टंप हुए। चाहल ने अगली गेंद पर डेविड मिलर (0) को भी विकेटकीपर लोकेश राहुल के हाथों स्टंप कराके पंजाब का स्कोर तीन विकेट पर 88 रन किया। वॉटसन की गेंद पर एक रन के साथ विजय ने 36 गेंद में अर्धशतक पूरा किया और फिर जोर्डन पर दो चौकों के साथ 13वें ओवर में टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया। विजय ने बायें हाथ के स्पिनर इकबाल अब्दुल्ला पर भी लगातार दो चौके मारे। अंतिम ओवर में 17 रन की दरकार थी पंजाब की टीम को अंतिम पांच ओवर में जीत के लिए 53 रन की दरकार थी। विजय ने चाहल पर दो चौके मारे, लेकिन अगले ओवर में वॉटसन की गेंद को हवा में लहराकर इसी स्पिनर को कैच दे बैठे। फरहान बेहरदीन ने आते ही जोर्डन पर चौका जड़ा, जबकि मार्कस स्टोइनिस ने भी इस ओवर में चौका मारा। अंतिम ओवर में 17 रन की दरकार थी। स्टोइनिस ने जोर्डन की लगातार गेंदों पर चौका और छक्का जड़ा, लेकिन अंतिम तीन गेंद पर चार ही रन बने। जोर्डन ने हालांकि चार ओवर में 52 रन लुटाए। एबी डिविलियर्स के अर्धशतक की बदौलत रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने आईपीएल-9 के मुकाबले में किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ छह विकेट पर 175 रन बनाए। डिविलियर्स ने 35 गेंद में पांच चौकों और दो छक्कों की मदद से 64 रन की पारी खेलने के अलावा सचिन बेबी (33) के साथ चौथे विकेट के लिए 88 रन की साझेदारी भी की। इससे टीम मुश्किल परिस्थितियों से उबरते हुए मजबूत स्कोर खड़ा करने में सफल रही। टीम ने अंतिम आठ ओवर में 90 रन जुटाए। पंजाब की ओर से लेग स्पिनर केसी करियप्पा ने तीन ओवर में 16 रन देकर दो विकेट चटकाए। अनुरीत सिंह ने किफायती गेंदबाजी करते हुए तीन ओवर में 15 रन दिए, लेकिन उन्हें कोई विकेट नहीं मिला। दोनों ने बीच के ओवरों में आरसीबी की रन गति पर लगाम कसी। संदीप शर्मा ने 49 रन देकर दो, जबकि अक्षर पटेल ने 27 रन देकर एक विकेट हासिल किया। टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरी बैंगलोर टीम को कप्तान विराट कोहली (20) और लोकेश राहुल (42) की जोड़ी ने शानदार शुरुआत दिलाई। राहुल ने शुरू से ही आक्रामक रवैया अपनाया। कोहली और राहुल दोनों ने संदीप शर्मा पर चौकों के साथ खाता खोला और फिर मोहित शर्मा पर भी चौके जड़े। कोहली हालांकि 11 रन के निजी स्कोर पर मोहित की गेंद पर भाग्यशाली रहे, जब प्वाइंट पर मार्कस स्टोइनिस ने उनका कैच टपका दिया। राहुल ने स्टोइनिस को निशाना बनाते हुए उनके ओवर में तीन चौके और एक छक्के से 20 रन जुटाए। टीम ने पावर प्ले में 56 रन बनाए। शेन वॉटसन (1) भी बाएं हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल की नीची रहती गेंद पर बोल्ड हुए, जिससे आरसीबी का स्कोर बिना विकेट के 63 रन से तीन विकेट पर 67 रन हो गया। बीच के ओवरों में पंजाब के गेंदबाज छाए रहे। डिविलियर्स और सचिन बेबी ने पारी को संभाला, लेकिन धीमी बल्लेबाजी की। इस बीच 44 गेंद तक कोई बाउंड्री नहीं लगी। डिविलियर्स ने स्टोइनिस पर चौके के साथ बाउंड्री के सूखे को खत्म किया। आरसीबी के रनों का शतक 14वें ओवर में पूरा हुआ। डिविलियर्स ने संदीप पर चौके और छक्के के साथ रन गति बढ़ाने की कोशिश की। उन्होंने मोहित पर लगातार दो चौकों के साथ 30 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। डिविलियर्स ने संदीप के 18वें ओवर में भी लगातार गेंदों पर छक्का और चौका मारा, लेकिन इसी ओवर में प्वाइंट पर करियप्पा को कैच दे बैठे। सचिन बेबी पारी की अंतिम गेंद पर रन आउट हुए। उन्होंने 29 गेंद का सामना करते हुए सिर्फ एक चौका मारा।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख