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नई दिल्ली: भारत के एकमात्र ओलंपिक स्वर्ण पदकधारी अभिनव बिंद्रा अपने कोच का पासपोर्ट चोरी हो जाने के कारण जर्मनी में फंस गए थे, लेकिन विदेश मंत्रालय के तुरंत हस्तक्षेप से इस स्टार निशानेबाज की परेशानी का समाधान हो गया। बिंद्रा अपने कोच के साथ आगामी ओलिम्पिक की परीक्षण प्रतियोगिता आईएसएसएफ विश्व कप में टूर्नामेंट में भाग लेने जा रहे थे, जो शुक्रवार से शुरू होगी। लेकिन इससे पहले उनके कोच का पासपोर्ट चोरी हो गया। यह प्रतियोगिता निशानेबाजों के लिए काफी अहम है, क्योंकि इसी रेंज पर ओलंपिक की प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। इस मामले में बिंद्रा ने विदेशमंत्री सुषमा स्वराज को ट्विटर पर संपर्क किया और पूरी जानकारी दी। इस बातचीत में केंद्रीय मंत्री ने हल्के-फुल्के अंदाज में शर्त रखी कि 'आपको एक वादा करना होगा कि आप भारत के लिए ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतेंगे।' इसके जवाब में बिंद्रा ने लिखा- आपकी शुभकामनाओं के साथ मैं अपनी ओर से हरसंभव कोशिश करूंगा और अपनी ओर से कोई कमी नहीं छोड़ूंगा।

इसके बाद सुषमा स्वराज तुरंत सक्रिय हुईं और न सिर्फ़ उनके मंत्रालय ने उनसे संपर्क किया, बल्कि जर्मनी स्थित भारतीय राजदूत गुरजीत सिंह भी बिंद्रा मदद के लिए आगे आए। इसके बाद बिंद्रा ने ट्विटर पर विदेश मंत्री और जर्मन राजदूत का शुक्रिया अदा किया। ब्रिद्रा ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, 'मैं सुषमा स्वराज का आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने हस्तक्षेप कर सारी चीजें तुरंत ठीक करवा दीं।' ओलंपिक में भाग ले रहे भारत के लगभग सभी निशानेबाज (पिस्टल, राइफल, शॉटगन) इस प्रतियोगिता में शिरकत कर रहे हैं। स्टार निशानेबाजों में गगन नारंग, जीतू राय, हिना सिद्धू और मानवजीत सिंह संधू हैं।

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