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नई दिल्ली: टीम इंडिया एक बार फिर से विश्व कप के सेमीफाइनल में हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई है। इससे पहले पिछले साल वनडे विश्व कप में भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम सेमीफाइनल में हारी थी। तब विश्व कप के बाद सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण वाली सलाहकार समिति को कोच के नाम पर मुहर लगाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, लेकिन काफी अटकलों के बाद, रवि शास्त्री का करार बतौर टीम निदेशक 2016 टी-20 विश्व कप तक बढ़ा दिया गया। टीम के खिलाड़ियों ने भी रवि शास्त्री के टीम के साथ बने रहने की वकालत की थी, जिसमें मुख्य रूप से विराट कोहली सबसे आगे थे। लेकिन, इस बार बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर ने अपना पक्ष साफ कर दिया है कि अब टीम इंडिया को निदेशक नहीं बल्कि एक फ़ुल टाइम कोच चाहिए। अनुराग ठाकुर ने कहा कि रवि शास्त्री का करार टी-20 विश्व कप तक ही था और नए कोच के नाम के लिए सलाहकार समिति से सुझाव मांगे गए हैं और इस पर 3 अप्रैल के बाद फैसला लिया जाएगा।

अनुराग ठाकुर के मुताबिक नई नियुक्ति होगी या फिर करार का नवीनीकरण इस पर फैसला विश्व कप फाइनल के बाद लिया जाएगा और ये 9 अप्रेल से शुरू होने वाले आईपीएल से पहले भी लिया जा सकता है। लेकिन, अनुराग ठाकुर ने ये भी साफ किया कि रवि शास्त्री के करार का नवीनीकरण भी हो सकता है अगर सलाहकार समिति ऐसा मानती है तो, लेकिन इस बार हमें पूर्णकालिक कोच चाहिए और कोई दो पद नहीं होंगे जैसा कि डंकन फ़्लेचर के समय था। एक कोच और एक टीम डायरेक्टर। इस बार एक ही पद होगा और उस पद के लिए नामों का चयन करने के लिए सलाहकार समिति को बोल दिया गया है। पिछली बार 2015 वनडे विश्व कप के बाद भई ये बात उठा थी, लेकिन रवि शास्त्री पूरी तरह से कोच के पद के लिए तैयार नहीं थे। इसलिए टी-20 विश्व कप तक उनका करार हुआ। उस बात को आधार माने तो इस बार भी ये बेहद मुश्किल है कि रवि शास्त्री 2-3 साल का करार बतौर कोच बीसीसीआई के साथ करने के लिए तैयार होंगे। ऐसे में माना यही जा रहा है कि टीम इंडिया को अब नया कोच मिलने जा रहा है।

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