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नई दिल्ली : वर्ल्ड टी-20 में टीम इंडिया के अभियान का गुरुवार को अंत हो गया। धमाकेदार प्रदर्शन के साथ वेस्‍टइंडीज ने टीम इंडिया को सात विकेट से हराते हुए 3अप्रैल को फाइनल में इंग्लैंड से भिड़ने का अधिकार हासिल कर लिया। इंडीज टीम के लिए लेंडल सिमंस के 82 रन (50 गेंद, सात चौके व पांच छक्के )रन और जॉनसन चार्ल्स के 52 रन (36 गेंद, सात चौके व दो छक्‍के) निर्णायक साबित हुए। नजर डालते हैं टीम इंडिया की हार के कारणों पर... नोबॉल के जरिये दिए लेंडल सिमंस को दो 'जीवनदान' वैसे अपनी इस हालत के लिए टीम इंडिया अपने आप को ही जिम्‍मेदार मान सकती है। उसके गेंदबाजों ने लेंडल को दो 'जीवनदान' दिए। पहले आर. अश्विन और बाद में हार्दिक पांड्या की गेंद पर सिमंस कैच आउट हो गए थे लेकिन दोनों ही बार गेंद 'नो बॉल' निकली।

यानी दोनों ही बार, इंडीज टीम के खाते में एक रन जाने के साथ ही उसे तोहफे के तौर पर 'फ्री हिट' मिली।वैसे, भी स्पिनर के रूप में अश्विन का नोबॉल फेंकना ऐसी बड़ी चूक थी जो टीम इंडिया के लिए बेहद भारी पड़ी। आर. अश्विन और जडेजा का नहीं चलना मैच में टीम इंडिया की काफी कुछ उम्मीद आर. अश्विन और रवींद्र जडेजा की स्पिन जोड़ी पर टिकी थी लेकिन इन दोनों ने आज बुरी तरह निराश किया। सिमंस और चार्ल्स ने हमला बोलते हुए इन पर मनमाने प्रहार किए। इन दोनों को कोई विकेट नहीं मिला। जडेजा ने चार ओवर में 48 और अश्विन ने दो ओवर में 20 रन दे डाले। सिमंस-चार्ल्स की धमाकेदार पारियां गेंदबाजी के लिहाज से गुरुवार का दिन शायद टीम इंडिया का नहीं था। लेंडल सिमंस और जॉनसन चार्ल्स की जोड़ी ने भारतीय गेंदबाजों पर मनमाने ढंग से प्रहार किए। लेंडल-चार्ल्स ने तीसरे विकेट के लिए 97 रन की साझेदारी दी। चार्ल्स के आउट होने से भारत के लिए कुछ उम्मीदें जगी थीं, लेकिन लेंडल ने आंद्रे रसेल के साथ मिलकर ऐसा नहीं होने दिया। दोनों ने चौथे विकेट के लिए अविजित 80 रन जोड़ते हुए भारतीय खेमे से जीत छीन ली।

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