नई दिल्ली: लॉकडाउन के चौथे चरण में केंद्र सरकार ने फ्लाइट सर्विस शुरू करने का फैसला किया है। 25 मई से देश के विभिन्न एयरपोर्ट से उड़ाने भरी जाएंगी। आपको बता दें कि आपकी यात्रा लॉकडाउन के पहले जैसी नहीं रहेंगी। सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना संक्रमण को देखते हुए कई सारे दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। साथ ही साथ डीजीसीए ने हवाई किराए की सात श्रेणी भी जारी कर दी है। 40 मिनट से कम समय में यात्रा पूरी होने वाली उड़ानों के लिए किराए की निचली सीमा 2000 रुपए और अधिकतम सीमा 6000 रुपए होगी। 40 से 60 मिनट में यात्रा पूरी होने वाली उड़ानों के लिए किरायों की निचली और ऊपरी सीमा क्रमश: 2,500 रुपए और 7,500 रुपए होगी।
डीजीसीए के मुताबिक, 60 से 90 मिनट की अवधि वाली उड़ानों के लिए किरायों की निचली और ऊपरी सीमा क्रमश: 3,000 रुपए और 9,000 रुपए होगी। 90 से 120 मिनट की अवधि वाले उड़ानों जैसे कि दिल्ली से मुंबई का किराया 3500 से लेकर 10 हजार रुपए के करीब होगा। 120 से 150 मिनट की अवधि वाले फ्लाइट जैसे कि दिल्ली से बेंगलुरू के लिए आपको 4500 से 13000 रुपए खर्च करने होंगे।
साथ ही 150 से 180 मिनट की अवधि वाली उड़ानों, जैसे दिल्ली-इंफाल के लिए किरायों की निचली और ऊपरी सीमा क्रमश: 5500 रुपए और 15700 रुपए होगी। 180 से 210 मिनट की यात्रा वाले फ्लाइट के लिए 6500 से 18600 रुपए खर्च करने पड़ सकते हैं।
इससे पहले नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने गुरुवार को कहा कि अगले सप्ताह बहाल हो रहीं घरेलू यात्री उड़ानों को यात्रा की अवधि के आधार पर सात श्रेणियों में रखा जाएगा और किराये पर सीमा निर्धारित की जाएगी, जो 24 अगस्त तक प्रभाव में रहेगी। मंत्री ने बताया कि प्रत्येक श्रेणी में हवाई किराये की विशेष निम्नतम और उच्च सीमा होगी और पहली ऐसी श्रेणी में वो उड़ानें होंगी जिनकी उड़ान अवधि 40 मिनट से कम है।
उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इसके बाद दूसरी, तीसरी,चौथी और पांचवीं श्रेणी में क्रमश: 40-60 मिनट, 60-90 मिनट, 90-120 मिनट और 120-150 मिनट की अवधि वाली उड़ानें होंगी। छठी और सातवीं श्रेणी में 150-180 मिनट और 180-210 मिनट अवधि वाली उड़ानें होंगी।