नई दिल्ली: कोरोना वायरस लॉकडाउन को लेकर आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी इंफोसिस भी दबाव में है। कंपनी ने सीएफओ निलांजन रॉय ने कहा है कि कंपनी ने नई नियुक्तियां रोक दी है। कोरोना वायरस महामारी की वजह से हुए नुकसान को पाटने के लिए प्रमोशन और सैलरी हाइक पर भी रोक लगा दी गई है। हालांकि कंपनी यह कहकर कर्मचारियों को बड़ी राहत दी है कि किसी की नौकरी नहीं छीनी जाएगी। अगले वित्त वर्ष में कंपनी 35 हजार नई नौकरियां देगी। निलांजन रॉय ने आगे कहा कि मौजूदा परिस्थिति का रिटेल, ट्रैवल, हॉस्पिटैलिटी, एनर्जी और ऑयल सेगमेंट पर सबसे ज्यादा असर होगा। कार्ड्स और पेमेंट्स सेक्टर के लिए भी संघर्ष है।
इंफोसिस के सीओओ प्रवीण राव ने कहा कि कंपनी कोविड-19 से संबंधित किसी छंटनी पर विचार नहीं कर रही है। राव ने कहा कि चरणबद्ध तरीके से कंपनी के कर्मचारी काम पर लौटेंगे। उन्होंने कहा, 'हम कर्मचारियों को ऑफिस लाने में जल्दबाजी में नहीं है। हम पहले फेज में केवल 5 पर्सेंट कर्मचारियों को बुलाएंगे और अगले फेज में करीब 15 पर्सेंट को दफ्तर आने को कहेंगे।'
राव ने यह भी कहा कि कंपनी वित्त वर्ष 2021 में 35 हजार नए जॉब ऑफर करेगी।
इंफोसिस का शुद्ध लाभ चौथी तिमाही में 6.3 प्रतिशत बढ़ा
देश की दूसरी सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी इंफोसिस का एकीकृत शुद्ध लाभ मार्च में समाप्त वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही में 6.3 प्रतिशत बढ़कर 4,335 करोड़ रुपए रहा। हालांकि कोरोना वायरस संकट के चलते कारोबारी अनिश्चिताओं को देखते हुए कंपनी ने वित्त वर्ष 2020-21 की आय की संभावनाओं के बारे में कोई अनुमान जारी नहीं किया है। कंपनी ने कहा कि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में कंपनी का शुद्ध लाभ 4,078 करोड़ रुपए था। शेयर बाजार को दी जानकारी में कंपनी ने कहा कि उसने परिणामों की गणना अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रतिवेदन मानक (आईएफआरएस) लेखा नियमों के आधार पर की है। समीक्षावधि में कंपनी की आय 8 प्रतिशत बढ़कर 23,267 करोड़ रुपये रही। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में कंपनी की आय 21,539 करोड़ रुपये थी।
सीईओ ने कहा-मजबूती से उभरेंगे
इंफोसिस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक सलिल पारेख ने कहा कि सोमवार कंपनी के 93 प्रतिशत कर्मचारी घर से कार्य करने की स्थिति में आ गए थे। इससे कंपनी बदले हालात में भी ग्रहकों का काम तेजी से पूरा करने की स्थिति में है। पारेख ने कहा, 'तत्काल कुछ समय के लिए काम में कठिनाई जरूर होगी लेकिन भविष्य की ओर देखने पर हम कह सकते हैं कि इस संकट के बाद हम मजबूती के साथ उभरेंगे। हमारे ग्राहकों और सहयोगियों के साथ रिश्ते एकीकृत होंगे और हम मजबूत वित्तीय मजबूती के साथ उच्च दक्षता और तत्परता के साथ सेवाओं की आपूर्ति कर सकेंगे।'