वाशिंगटन: अमेरिका ने इस बात की घोषणा की है कि वह भारत को 29 लाख डॉलर समेत दुनिया के 64 देशों को कोरोना के खिलाफ लड़ाई में 2740 लाख अमेरिकी डॉलर की वित्तीय सहायता करेगा। इसमें कहा गया है कि इमरजेंसी हेल्थ एंड ह्यूमेन फंडिंग उन देशों को दी जा रही है जो इस वैश्विक महामारी की सबसे ज्यादा चपेट में हैं। अमेरिकी के विदेश विभाग ने कहा कि वे भारत सरकार को 29 लाख अमेरिकी डॉलर दे रहे हैं ताकि भारत सरकार को लेबोरेट्री सिस्टम तैयार करने, नए केस का पता लगाने, टेक्निकल स्टाफ की तैयारियों में मदद करने जैसे कामों में हेल्प दी जा सके।
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा, यह फंडिंग शुरुआती निवेश है जो कई संगठनों को की जा रही फंडिंग के अतिरिक्त हैं, जिनमें वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन और यूनिसेफ शामिल हैं। इस घोषणा के अलावा, 6 मार्च को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना वायरस प्रेपेयर्डनेस एंड रेस्पोन्स सप्लीमेंट एप्रोप्रिएशन एक्ट पर दस्तखत किए हैं, जिसमें महामारी से लड़ रहे दुनिया भर के देशों को 1.3 बिलियन (130 करोड़) अमेरिकी डॉलर देने का वादा किया गया है।
पिछले 24 घंटे में 179 नए मामले आए
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक, अब तक कोरोना के 918 केस की पुष्टि हुई है और 19 मौत हुई है। कोरोना वायरस के मामले लगातार दुनियाभर में बढ़ रहे हैं। पूरी दुनिया में अब तक 6 लाख के करीब कंफर्म केस सामने आए है जबकि इससे मौत का आंकड़ा 27 हजार के पार कर गया है। देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस 'कोविड-19' के 179 नए मामले सामने आने के बाद कुल कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढ़कर 918 हो गई हैं और दो मरीजों की मौत होने की बाद मृतकों का आंकड़ा 19 हो गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता लव अग्रवाल ने शनिवार (28 मार्च) को नई दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन में बताया कि जिन दो मरीजों की मौत हुई है उनकी उम्र ज्यादा थी और उनका कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज से संपर्क भी हुआ था। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि सरकार उन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रही है जहां इस बीमारी के अत्यधिक मामले सामने आए हैं। साथ ही राज्यों के साथ, संक्रमित व्यक्तियों के संपर्कों का पता लगाने, सामुदायिक निगरानी और इस बीमारी की रोकथाम की रणनीति के कड़ाई से कार्यान्वयन के लिए काम किया जा रहा है।