नई दिल्ली: कोरोना संकट के बीच दुनियाभर में यात्राओं पर प्रतिबंध के कारण भारतीय विमानन कंपनियों की कमाई पर जबरदस्त असर पड़ा है। अब इसका खामियाजा कर्मचारियों को भी चुकाना होगा, क्योंकि सरकारी कंपनी एयर इंडिया और निजी क्षेत्र की इंडिगो अपने कर्मचारियों के वेतन में 5 से 25 फीसदी तक कटौती करने जा रही हैं। कंपनियों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय सेवाएं पूरी तरह ठप होने से राजस्व में बड़ी गिरावट आई है जिससे कुछ सख्त कदम उठाने पड़ रहे हैं।
एयर इंडिया से जुड़े सूत्रों ने बताया कि कंपनी का बोर्ड जल्द ही इस पर फैसला करेगा। पहले से ही घाटे में चल रही एयरलाइन को कोरोना संकट के बाद अपनी अंतरराष्ट्रीय सेवाएं पूरी तरह बंद करनी पड़ी हैं। इससे राजस्व में जबरदस्त गिरावट आई और कठोर फैसले के तहत कर्मचारियों का वेतन पांच फीसदी तक घटाना पड़ सकता है। एक अन्य सूत्र ने बताया कि कॉन्ट्रैक्ट पर रखे गए करीब 100 पायलट को फिलहाल हटाया जा रहा है। साथ ही एक अप्रैल से केबिन क्रू और पायलट के अलाउंस में भी कटौती की जाएगी।
इंडिगो के सीईओ का वेतन 25 फीसदी कटा
इंडिगो के सीईओ रोनजॉय दत्ता ने बृहस्पतिवार को एलान किया कि उनके सहित शीर्ष कर्मचारियों के वेतन में पांच से 25 फीसदी तक कटौती की जाएगी। उन्होंने कहा, संकट में फंसे क्षेत्र को उबारने के लिए एक अप्रैल 2020 से बैंड ए और बैंड बी वाले कर्मचारियों के वेतन में कटौती की जाएगी। मैंने खुद अपने वेतन में 25 फीसदी कटौती करने को मंजूरी दी है। कॉकपिट क्रू के वेतन में 15 फीसदी, बैंड डी (केबिन क्रू) में 10 फीसदी और बैंड सी वाले के वेतन में पांच फीसदी कटौती की जाएगी।