नई दिल्ली: नए साल के पहले दिन एलपीजी और रेल किरायों में बढ़ोतरी के बाद अब हवाई यात्रियों पर भी जल्द महंगे किराये की मार पड़ सकती है। हवाई ईंधन में बढ़ोतरी के चलते हवाई कंपनियां किराया बढ़ाने को मजबूर हो गई हैं। अगर कंपनियों ने अब किराया नहीं बढ़ाया तो फिर उनका परिचालन घाटा और बढ़ सकता है।
विमान ईंधन में बढ़ोतरी
विमान ईंधन में 1637.25 रुपये प्रति किलोलीटर या 2.6 फीसदी की बढ़ोत्तरी की गई है। इस कदम के बाद अब दिल्ली में ये ईंधन 64,323.76 पैसे प्रति किलोलीटर मिलेगा। इस बढ़ोत्तरी से पहले से ही नकदी संकट का सामना कर रहीं विमानन कंपनियां हवाई जहाज के किराए में इजाफा कर सकती हैं। इस ईंधन के दाम 64.32 रुपये प्रति लीटर होने के बावजूद यह पेट्रोल के 75.14 रुपये और डीजन के 67.96 रुपये से कम ही बना हुआ है।
19 रुपये बढ़ गए रसोई गैस के दाम
सरकार ने नए साल 2020 के पहले ही दिन रसोई गैस सिलिंडर के दाम में 19 रुपये का इजाफा कर दिया है। ये बढ़ोतरी गैर सब्सिडी वाले सिलेंडरों के लिए की गई है। इसके अलावा विमान ईंधन के दामों में भी 2.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। ये कदम अंतरराष्ट्रीय दामों में आई तेजी की वजह से उठाया गया है।
714 का हो गया सिलेंडर
गैर सब्सिडी वाला 14.2 किलो वाला सिलेंडर अभी 695 रुपये में मिलता है पर अब इसकी नई कीमत 19 रुपये के इजाफे के बाद 714 रुपये हो जाएगी। यह बढ़ोत्तरी एक जनवरी, 2020 से प्रभावी हो गई। गैर सब्सिडी वाले सिलेंडर 12 सिलेंडर का कोटा पूरा होने के बाद दिए जाते हैं। गौरतलब है कि सितंबर, 2019 के बाद खाना पकाने के काम में आने वाली गैस में यह पांचवी बढ़ोत्तरी है। बीते पांच महीनों में इसके दाम 139.50 रुपये तक बढ़े हैं।
रेल किराये भी हुई वृद्धि
इससे पहले सरकार ने मंगलवार को रेल किराए में इजाफे का एलान किया था। रेल मंत्रालय ने यात्री श्रेणी के हिसाब से एक पैसे से लेकर चार पैसे प्रति किलोमीटर बढ़ा दिए थे। नई घोषणा में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। गौरतलब है कि भारत अपनी तेल जरूरतों का 84 फीसदी आयात करता है।
विपक्ष ने लगाया आरोप
विपक्षी दलों ने इस बढ़ोत्तरी की आलोचना की है। माकपा नेता सीताराम येचुरी ने इसे नए साल पर मोदी सरकार का तोहफा करार दिया तो कांग्रेस प्रवक्ता सुष्मिता देव ने इस बढ़ोत्तरी को गरीब लोगों के प्रति अन्याय करार दिया।