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नई दिल्ली: नए साल के मौके पर रेल यात्रियों को झटका लगा है। रेलवे ने देशभर में मूल यात्री किराए में बढ़ोतरी की है। रेलवे ने एक आदेश जारी कर कहा है कि उपनगरीय भाड़े में वृद्धि नहीं की गई है। साधारण गैर एसी, गैर उपनगरीय भाड़े में एक पैसा प्रति किलोमीटर की वृद्धि की गई है। बढ़ा हुआ किराया एक जनवरी से प्रभावी होगा। रेलवे ने कहा कि मेल/एक्सप्रेस गैर वातानुकूलित ट्रेनों के भाड़े में दो पैसे प्रति किलोमीटर की वृद्धि, वातानुकूलित श्रेणी के किराए में चार पैसे प्रति किलोमीटर की वृद्धि, भाड़े में वृद्धि शताब्दी, राजधानी ट्रेनों के लिए भी लागू होगी। वहीं, आरक्षण शुल्क, सुपरफास्ट शुल्क में कोई बदलाव नहीं किया गया है। भाड़े में बढ़ोतरी पहले ही बुक हो चुकीं टिकटों पर लागू नहीं होगी।

इससे पहले हाल ही में रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके .यादव ने रेल किराया बढ़ाने के संकेत दिए थे। उन्होंने कहा था कि रेलवे यात्री और माल भाड़ा दरों को तर्कसंगत बनाने की प्रकिया में है। हालांकि, इस प्रक्रिया के तहत क्या किराया बढ़ाया जाएगा इस बारे में बताने से उन्होंने इनकार कर दिया था। वीके .यादव ने कहा था कि भारतीय रेलवे ने घटते राजस्व से निपटने के लिए कई कदम उठाए हैं।

किराया बढ़ाना एक संवेदनशील मुद्दा है और अंतिम फैसला लेने से पहले इस पर लंबी चर्चा की जरूरत होगी। उन्होंने कहा कि चूंकि माल भाड़े का किराया पहले से अधिक है। इसलिए हमारा लक्ष्य ज्यादा से ज्यादा यातायात को सड़क से रेलवे की ओर लाना है।

सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत मांगी गई जानकारी के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में रेलवे की यात्री किराये से आमदनी वर्ष की पहली तिमाही के मुकाबले 155 करोड़ रुपये और माल ढुलाई से आय 3,901 करोड़ रुपये कम रही।

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