नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजमार्गों के टोल प्लाजा पर वाहनों की लंबी कतारों से मुक्ति दिलाने के लिए लाया जा रहा फास्टैग सिस्टम रविवार सुबह 8 बजे से लागू हो गया। हालांकि केंद्र सरकार ने अभी तक सभी वाहनों के आरएफआईडी आधारित फास्टैग जारी न हो पाने के कारण थोड़ी राहत दी है। फिलहाल टोल प्लाजा पर 100 फीसदी के बजाय 75 फीसदी टोल लेन पर ही इलेक्ट्रानिक टोल कलेक्शन (ईटीसी) के जरिये फास्टैग से शुल्क काटा जाएगा। शेष 25 फीसदी लेन पर वाहन मैनुअल तरीके से टोल चुकाकर यात्रा कर पाएंगे।
केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय ने नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) को शनिवार को दिए आदेश में अगले 30 दिन तक यह व्यवस्था बनाए रखने के लिए कहा है। इससे पहले जुलाई में केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय की तरफ से नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) को पत्र लिखकर सभी टोल लेन को एक दिसंबर तक फास्टैग लेन में परिवर्तित करने के आदेश दिए थे। 29 नवंबर को मंत्रालय ने इस व्यवस्था में 2 सप्ताह की और राहत देते हुए यह व्यवस्था 15 दिसंबर से लागू करने को कहा था।
साथ ही पहले तय किया गया था कि टोल प्लाजा पर एक लेन को टोल मुक्त वाहनों व ओवरसाइज वाहनों की आवाजाही के लिए हाइब्रिड (मैनुअल व फास्टैग, दोनों से वसूली) लेन के तौर पर रखा जाएगा। लेकिन शनिवार को दिए आदेश में मंत्रालय ने कहा है कि ज्यादा वाहनों की आवाजाही वाले टोल प्लाजा पर कुल टोल लेन के 25 फीसदी को हाइब्रिड मोड में उपयोग किया जा सकता है। हालांकि बिना फास्टैग वाले वाहनों के ईटीसी लेन में घुसने पर दोगुना टोल वसूले जाने के आदेश में बदलाव नहीं किया गया है।