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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

नई दिल्ली: अरबपति, परोपकारी और माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स ने कहा कि निजी क्षेत्र के व्यापक नवोन्मेष और डिजिटल उपकरणों जैसी तकनीक के इस्तेमाल से भारत को कम खर्च में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने में मदद मिलेगी। भारत के लिए अपने फाउंडेशन की प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को सूचीबद्ध करते हुए उन्होंने यह बात कही। एक साक्षात्कार में गेट्स ने डिजिटल भुगतान के जरिये गरीबों को फायदा पहुंचाने, स्वच्छता और पोलियो मुक्त कार्यक्रम समेत भारत के कई कार्यक्रमों की तारीफ की।

उन्होंने कहा कि उनका फाउंडेशन यहां कुछ सफल हुए कुछ कार्यक्रमों को अफ्रीकी महाद्वीप के देशों में अमल के लिए ले जाना चाहता है। गेट्स फिलहाल भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। वह यहां बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन द्वारा किए जाने वाले कार्यों की समीक्षा करने आए हैं। यह फाउंडेशन यहां स्वास्थ्य, स्वच्छता, कृषि और हाशिए पर पड़े लोगों की वित्तीय सहायता के क्षेत्र में एक दशक से काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि वह यहां स्वास्थ्य और कृषि क्षेत्र में काम करने वाली कुछ निजी कंपनियों के साथ कुछ नवोन्मेष की जानकारी लेने के लिए बैठक कर रहे हैं।

गेट्स ने कहा, ‘‘कम खर्चे में स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के लिए भारत को निजी क्षेत्र के नवोन्मेष की काफी जरूरत है। और मैं आश्वस्त हूं कि वे नवोन्मेष न केवल भारत में अमल योग्य होंगे बल्कि दूसरे देशों में हमारे द्वारा किए जा रहे कार्यों के लिए भी फायदेमंद होंगे।’’

64 वर्षीय अरबपति ने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली और उसकी गुणवत्ता सभी चीजों की रीढ़ है। अरबपति ने भारत के टीका उत्पादन क्षेत्र की भी तारीफ करते हुए उसे इस क्षेत्र में विश्व का नेता भी करार दिया। प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा के बारे में उन्होंने कहा कि ऐसे भी राज्य हैं जहां यह सुविधा ‘बेहद शानदार’ है और केरल जैसे राज्य तो दुनिया भर के बेहतरीन राज्यों में से एक हैं।

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