नई दिल्ली: अगस्त महीने में खुदरा मुद्रास्फीति की दर बढ़कर पांच महीने के उच्चस्तर 3.36 प्रतिशत पर पहुंच गई है। सब्जियों और फलों के भाव बढ़ने के चलते खुदरा महंगाई दर बढ़ी है। इससे पिछले महीने उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति की दर 2.36 प्रतिशत पर थी। अगस्त महीने का खुदरा मुद्रास्फीति का आंकड़ा मार्च, 2017 के बाद सबसे ऊंचा है। उस समय यह 3.89 प्रतिशत पर थी। सरकार की ओर से मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार अगस्त में खाद्य मुद्रास्फीति बढ़कर 1.52 प्रतिशत पर पहुंच गई। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार माह के दौरान रोजाना उपभोग वाले फल और सब्जियों की महंगाई दर बढ़कर क्रमश: 5.29 प्रतिशत और 6.16 प्रतिशत हो गई। यह जुलाई में क्रमश: 2.83 प्रतिशत और शून्य से 3.57 प्रतिशत नीचे थी। इसी तरह तैयार भोजन, जलपान और मिठाई की श्रेणी में मुद्रास्फीति अगस्त में बढ़कर 1.96 प्रतिशत हो गई। जो जुलाई में 0.43 प्रतिशत थी। इसी तरह परिवहन और संचार क्षेत्रों में भी महंगाई दर बढ़कर 3.71 प्रतिशत हो गई, जो जुलाई में 1.76 प्रतिशत थी।
इसके अलावा मोटे अनाज और उत्पाद, मीट एवं मछली, तेल एवं वसा की महंगाई दर घटकर क्रमश: 3.87 प्रतिशत, 2.94 प्रतिशत और 1.03 प्रतिशत पर आ गई। खुदरा महंगाई दर में हुई बढ़ोतरी ने जहां अर्थव्यवस्था को झटका दिया है, वहीं इंडस्ट्रियल ग्रोथ की रफ्तार गति पकड़ती नजर आ रही है। जुलाई महीने में इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (आईआईपी) ग्रोथ की दर 1.2 फीसदी रही है। जून महीने में आईआईपी की ग्रोथ रेट -0.1 फीसदी हो गई थी। हालांकि पिछले साल के जुलाई महीने में आईआईपी की दर 4.5 फीसदी रही थी।