हैदराबाद: वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद ने शनिवार को दैनिक उपयोग में आने वाली 30 वस्तुओं पर जीएसटी की दर कम कर दी। हालांकि लग्जरी और एसयूवी वाहनों पर दो से सात फीसदी तक सेस बढ़ा दिया गया। इससे ये गाड़ियां महंगी हो जाएंगी। छोटी कारों पर लगने वाले सेस में कोई बदलाव नहीं हुआ है। खादी ग्रामोद्योग स्टोरों से बिकने वाली खादी पर भी जीएसटी से छूट मिलेगी। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के नेतृत्व में हैदराबाद में जीएसटी परिषद की बैठक आठ घंटे तक चली। इसमें लिए गए फैसले से मध्यम श्रेणी (होंडा सिटी, मारुति सुजुकी) के साथ-साथ लग्जरी (बीएमडब्ल्यू, ऑडी) और स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल्स (एसयूवी जैसे स्कॉर्पियो) वाहन महंगे हो जाएंगे। बैठक में इन वाहनों पर दो से सात प्रतिशत अतिरिक्त सेस लगाने का फैसला लिया गया। कारों पर 28 फीसदी जीएसटी है। इस फैसले से मध्यम श्रेणी पर 45 फीसदी, लग्जरी कारों पर 48 फीसदी और एसयूवी पर कुल 50 फीसदी कर लगेगा। हालांकि छोटी और हाइब्रिड कारों को इस वृद्धि से छूट दी गई है। पहले संभावना जताई जा रही थी कि छोटी कारों पर लगने वाले सेस में भी इजाफा हो सकता है।
जेटली ने बताया कि अतिरिक्त सेस लागू होने की तिथि बाद में अधिसूचित की जाएगी। बैठक में धूप बत्ती, सूखी इमली, प्लास्टिक रेनकोट, रबड़ बैंड, झाड़ू, इडली, डोसा, बटर, खली, भुना चना से लेकर रसोई में काम आने वाले गैस लाइटर जैसे दैनिक उपभोग की 30 वस्तुओं पर जीएसटी दर कम करने का भी फैसला लिया। रबड़ बैंड पर जीएसटी दर को घटाकर 12 फीसदी किया गया है। साथ ही बिना ब्रांड वाले खाद्य पदार्थों पर जीएसटी नहीं लगेगा। ब्रांडेड खाद्य पदार्थ पर पांच प्रतिशत जीएसटी लगेगा। उन्होंने कहा कि जिन कंपनियों का अपने उत्पाद के लिए 15 मई, 2017 को ट्रेडमार्क पंजीकृत था, उन्हें पांच प्रतिशत की दर से जीएसटी देना होगा।
कारों पर सेस में बदलाव
- छोटी कार, 10 से 13 सीटर वाहन और हाईब्रिड कार : बदलाव नहीं
- मध्यम आकार कार : 2 फीसदी की वृद्धि - बड़ी कार : 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी
- एसयूवी : 7 फीसदी की वृद्धि