मुंबई: नोटबंदी के बाद एक हजार रुपये के करीब 99 फीसदी नोट बैंकिंग सिस्टम में वापस आ चुके हैं। रिजर्व बैंक ने बुधवार को बताया कि एक हजार के सिर्फ 1.4 प्रतिशत नोट बैंकों में वापस नहीं आए हैं। सरकार ने आठ नवंबर 2016 को 500 और 1000 रुपये के नोट बंद करने का फैसला किया था और उन्हें बैंकों को वापस जमा करने का निर्देश जारी किया था। केंद्रीय बैंक ने वर्ष 2016-17 की वार्षिक रिपोर्ट में कहा कि नोटबंदी से पहले एक हजार रुपये के 632.6 करोड़ नोट चलन में थे, जिसमें से मात्र 8.9 करोड़ नोट प्रणाली में वापस नहीं आए। इस प्रकार 8900 करोड़ रुपये केंद्रीय बैंक के पास वापस नहीं पहुंचे। सरकार ने 500 रुपये के पुराने नोटों के स्थान पर नए नोट शुरू किए हैं, लेकिन 1000 रुपये का कोई नया नोट जारी नहीं किया गया है। सरकार ने 2000 रुपये का एक नया नोट शुरू किया है। रिपोर्ट में केंद्रीय बैंक ने बताया कि 31 मार्च 2017 तक 500 रुपये के पुराने और नए नोट मिलाकर कुल 588.2 करोड़ नोट बाहर थे। 31 मार्च 2016 के अंत में चलन में 500 रुपये के नोटों की संख्या 1570.7 करोड़ थी। रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2016-17 में नोटों को प्रिंट करने की लागत दोगुना बढ़कर 7,965 करोड़ रुपये हो गई जो उससे पिछले वर्ष में 3,421 करोड़ रुपये थी।
केंद्रीय बैंक ने 500 और 2,000 रुपये के नए नोटों के अलावा 200 रुपये का नया नोट भी शुरू किया है।