नई दिल्ली: केन्द्र सरकार ने टैक्स चोरी और कालेधन के खिलाफ ऑपरेशन क्लीन मनी के तहत मंगलवार को एक वेबसाइट लॉन्च की है। इस वेबसाइट पर सरकार इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के छापेमारी की रिपोर्ट सार्वजनिक करेगी। वेबसाइट में उस प्रक्रिया की पूरी जानकारी दी जाएगी जिससे टैक्स ना देने वाले लोगों की पहचान की गई थी। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने ऑपरेशन क्लीन मनी की वेबसाइट को मंगलवार को लॉन्च किया। जेटली ने कहा कि पिछले साल 8 नवंबर को उंचे मूल्य के नोट बंद करने के फैसले से डिजिटलीकरण को प्रोत्साहन मिला है, आयकरदाताओं की संख्या में इजाफा हुआ है और कर राजस्व में बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा नकद में लेनदेन में भी कमी आई है। वित्त मंत्री ने बताया कि 91 लाख नए लोग कर के दायरे में आए हैं। उन्हें उम्मीद है कि आगे चलकर कर रिटर्न दाखिल करने वालों की संख्या में और वृद्धि होगी। वित्त मंत्री ने कहा कि नोटबंदी के बाद व्यक्तिगत आयकर संग्रहण बढ़ा है। उन्होंने कहा कि नए पोर्टल से ईमानदार करदाताओं को फायदा होगा। सेंट्रल बोर्ड फॉर डायरेक्ट टैक्सेस (सीबीडीटी) के चेयरमैन सुशील चंद्रा ने बताया कि नोटबंदी के बाद से 19,398 करोड़ की अघोषित आय का पता लगा है। इतना ही नहीं 30 करोड़ नए पैन जारी किए गए हैं। इस वेबसाइट में जिन लोगों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा, उन्हें कैटगिरी में बांटा गया है।
जिसमें हाई रिस्क, मीडियम रिस्क, लो रिस्क और वेरी लो रिस्क जैसी कैटेगिरी शामिल है। हाई जिन लोगों के खिलाफ छापेमारी की कार्रवाई, जब्ती और सीधी पूछताछ की जाएगी ऐसे लोगों को हाई रिस्क लेवल में शामिल किया जाएगा। मीडियम रिस्क वाले लोगों को एमएमएस या ईमेल के जरिए जरूरी जानकारी देने को कहा जाएगा। वहीं वेरी लो रिस्क की कैटेगरी वाले डिफॉल्टर्स पर निगरानी रखी जाएगी।