ताज़ा खबरें
संभल हिंसा: सपा सांसद बर्क और पार्टी विधायक के बेटे पर मुकदमा
संसद में अडानी के मुद्दे पर हंगामा, राज्यसभा पूरे दिन के लिए स्थगित
संभल में मस्जिद सर्वे के दौरान भड़की हिंसा:अब तक 4 लोगों की मौत
निज्जर हत्याकांड: कनाडा में चार भारतीयों के खिलाफ सीधे होगा ट्रायल

नई दिल्ली: भारत की कुल 58 प्रतिशत संपत्ति पर देश के मात्र एक प्रतिशत अमीरों का आधिपत्य है जो देश में बढ़ती आय विषमता की ओर संकेत करता है। यह आंकड़ा वैश्विक 50 प्रतिशत के आंकड़े से अधिक है। यह बात एक नए अध्ययन में सामने आई है। विश्व आर्थिक मंच की यहां होने वाली वार्षिक बैठक से पहले अधिकार समूह ऑक्सफैम द्वारा जारी एक अध्ययन के अनुसार भारत के केवल 57 अरबपतियों के अब कुल 216 अरब डॉलर की संपत्ति है जो देश की करीब 70 प्रतिशत आबादी की कुल संपत्ति के बराबर है। वैश्विक आधार पर यही स्थिति आठ अरबपतियों की है जिनके पास पूरे विश्व की 50 प्रतिशत आबादी के बराबर संपत्ति है। अध्ययन में कहा गया है कि भारत में 84 अरबपति हैं जिनकी कुल संपत्ति 248 अरब डॉलर है। इनमें 19 .3 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ मुकेश अंबानी शीर्ष पर हैं। इसके बाद दिलीप सांघवी की संपत्ति 16.7 अरब डॉलर और अजीम प्रेमजी की संपत्ति 15 अरब डॉलर है। देश की कुल संपत्ति 3100 अरब डॉलर है। इस वर्ष विश्व की कुल संपत्ति 2.56 लाख अरब डॉलर आंकी गई है और इसमें से करीब 6500 अरब डॉलर संपत्ति पर अरबपतियों का आधिपत्य है। इसमें 75 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ बिल गेटस शीर्ष पर हैं। इसके बाद 67 अरब डॉलर की संपत्ति वाले एमैनसियो ऑटेर्गा और 60.8 अरब डॉलर की संपत्ति वाले वारेन बफेट का नाम है। ऑक्सफैम ने 99 प्रतिशत लोगों के लिए एक अर्थव्यवस्था शीर्षक से एक रपट में यह सारे आंकड़े पेश किए हैं।

ऑक्सफैम की स्टडी में देश की कुल संपत्ति करीब 211 लाख करोड़ रुपये आंकी गई है जबकि दुनिया की कुल संपत्ति करीब 17427 लाख करोड़ रुपये बताई गई है। दुनिया की इस संपत्ति में करीब 4500 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति महज 8 महाधनवानों के पास है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख