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वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इज़रायल की यात्रा पर विचार किया है। जबकि उन्होंने रविवार को गाजा पट्टी पर लंबे समय तक इजरायल के कब्जे के खिलाफ चेतावनी दी है। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक आंतरिक चर्चा से परिचित दो लोगों के अनुसार, इज़रायल की यात्रा करने के बारे में अभी तक कोई निर्णय नहीं किया गया है। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के एक प्रवक्ता ने कहा कि व्हाइट हाउस के पास घोषणा करने के लिए किसी यात्रा का विवरण नहीं है।

सीबीएस न्यूज के "60 मिनट्स" के साथ एक इंटरव्यू में बाइडेन ने जोर दिया कि इज़राइल युद्ध के नियमों के अनुसार कार्य करेगा और निर्दोष नागरिकों को दवा, भोजन और पानी तक पहुंच मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि उनका मानना ​​है कि इज़राइल को लंबे समय तक क्षेत्र को नियंत्रित नहीं करना चाहिए, इसके बजाय क्षेत्र को "फिलिस्तीनी प्राधिकरण" द्वारा शासित किया जाना चाहिए।

बाइडेन ने कहा, "मुझे लगता है कि यह एक बड़ी गलती होगी।" "देखिए, मेरे विचार से गाजा में जो हुआ, वह हमास है और जो कि सभी फिलिस्तीनी लोगों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।"

येरुशलम: इस्राइल और हमास के बीच जंग शुरू हुए अब नौ दिन हो चुके हैं। हमास के हमले और इसके बाद इस्राइल के गाजा पट्टी पर पलटवार के बाद से ही इस मानवीय संकट में अब तक 3600 से ज्यादा जानें जा चुकी हैं। जहां इस्राइल में अब तक 1300 से ज्यादा मौतों की पुष्टि हुई है, तो वहीं गाजा पट्टी में अब तक 2300 से ज्यादा जानें जाने की बात सामने आई है। इस बीच इस्राइल ने गाजा पर हवा, जमीन और समुद्र से वार करने की योजना तैयार की है। संयुक्त राष्ट्र ने इस्राइल की बमबारी पर चिंता जताते हुए कहा है कि गाजा पट्टी को और रसातल में धकेला जा रहा है।

इस्राइल ने गाजावासियों को दी तीन घंटे में निकलने की चेतावनी

इस्राइल ने गाजा में रहने वालों को चेतावनी दी है कि वे तीन घंटे के अंदर उत्तर गाजा से दक्षिण गाजा की ओर निकल जाएं। गौरतलब है कि इस्राइल काफी दिनों से गाजा में पैदल सेना को भेजने की योजना बना रहा है। इसी के मद्देनजर गाजावासियों को चेतावनी जारी की गई है।

गाजा सिटी/तेल अवीव: इस्राइली सेना ने गाजा में आतंकी समूह हमास के खिलाफ जमीनी कार्रवाई कर रही है। इस्राइली सेना की छापेमारी के बाद फलस्तीनियों ने अपने घरों को छोड़ दिया है। जमीनी कार्रवाई शुरू करने से पहले ही इस्राइली सेना ने सभी 11 लाख फलस्तीनियों को 24 घंटे के भीतर गाजा शहर खाली करने का आदेश दिया था।

दूसरी तरफ, हमास ने लोगों से घरों में ही बने रहने को कहा है। मस्जिदों से भी फलस्तीनियों से घर नहीं छोड़ने का आह्वान किया गया। संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि इतने कम समय में बड़े पैमाने पर विस्थापन विनाशकारी होगा। इसके बावजूद, फलस्तीनी गाजा छोड़ने लगे हैं। रात में इस्राइली सेना भी गाजा में घुस गई।

इस्राइल की चेतावनी के बाद शुक्रवार देर शाम से बड़ी संख्या में फलस्तीनी गाजा शहर और उत्तरी गाजा क्षेत्र को छोड़कर दक्षिण की तरफ जाने लगे हैं। कारों, ट्रकों और यहां तक कि गधा गाड़ियों पर भी लोग कंबल और खाने-पीने के सामान और अन्य जरूरी वस्तुओं के साथ गाजा शहर की मुख्य सड़क से बाहर निकलते दिखाई दिए।

तेल अवीव (इज़रायल): इज़रायल और हमास के बीच जारी जंग का शुक्रवार को सातवां दिन है, लेकिन अमन के आसार फिलहाल कहीं नज़र नहीं आ रहे हैं। इसके विपरीत, लगातार बढ़ती इज़रायली फौज से संकेत मिलता है कि फ़िलस्तीनी ग्रुप का 'सफाया' करने की ज़िद पर अड़ी इज़रायल सरकार किसी भी वक्त ज़मीनी हमला कर सकती है।

अमेरिका के शीर्ष राजनयिक एंटनी ब्लिंकन ने गुरुवार को तेल अवीव का दौरा किया और इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को एक बार फिर अमेरिकी समर्थन का आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि उन्हें 'गोलियों से छलनी बच्चे' और 'सैनिकों के कटे हुए सिरों' की भयावह तस्वीरें दिखाई गई हैं। युद्ध के दौरान इज़रायल में अब तक कम से कम 22 अमेरिकी नागरिकों की मौत की पुष्टि अमेरिका कर चुका है।

इज़रायल में पिछले शनिवार को जंग शुरू होने के बाद से अब तक कम से कम 1,200 और ग़ाज़ा पट्टी में 1,400 लोग मारे जा चुके हैं।

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