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गाजा सिटी/तेल अवीव: इस्राइली सेना ने गाजा में आतंकी समूह हमास के खिलाफ जमीनी कार्रवाई कर रही है। इस्राइली सेना की छापेमारी के बाद फलस्तीनियों ने अपने घरों को छोड़ दिया है। जमीनी कार्रवाई शुरू करने से पहले ही इस्राइली सेना ने सभी 11 लाख फलस्तीनियों को 24 घंटे के भीतर गाजा शहर खाली करने का आदेश दिया था।

दूसरी तरफ, हमास ने लोगों से घरों में ही बने रहने को कहा है। मस्जिदों से भी फलस्तीनियों से घर नहीं छोड़ने का आह्वान किया गया। संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि इतने कम समय में बड़े पैमाने पर विस्थापन विनाशकारी होगा। इसके बावजूद, फलस्तीनी गाजा छोड़ने लगे हैं। रात में इस्राइली सेना भी गाजा में घुस गई।

इस्राइल की चेतावनी के बाद शुक्रवार देर शाम से बड़ी संख्या में फलस्तीनी गाजा शहर और उत्तरी गाजा क्षेत्र को छोड़कर दक्षिण की तरफ जाने लगे हैं। कारों, ट्रकों और यहां तक कि गधा गाड़ियों पर भी लोग कंबल और खाने-पीने के सामान और अन्य जरूरी वस्तुओं के साथ गाजा शहर की मुख्य सड़क से बाहर निकलते दिखाई दिए।

हमास के मीडिया कार्यालय ने कहा कि इस्राइल ने गाजा से भाग रहे लोगों के काफिले पर हवाई हमला किया, जिसमें 70 लोग मारे गए।

उधर, अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस्राइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा, आतंकी आम लोगों की आबादी में मिल गए हैं। इस्राइली सेना के प्रवक्ता जोनाथन कॉनरिकस ने कहा, हमास ने इमारतों और उसके नीचे सुरंगों व बंकरों में अपने ठिकाने बना रखे हैं। हमें उसके सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाना है। इसलिए लोग दक्षिण भाग में चले जाएं। युद्ध खत्म होने पर लौटने की अनुमति दी जाएगी। वहीं, हमास के प्रवक्ता इयाद अल-बोजोम ने कहा, कब्जा जमाने वाली ताकत हमें फिर हमारी जमीन से विस्थापित करना चाहती है। 1948 की तरह विस्थापन नहीं होगा। हम मर जाएंगे, लेकिन जाएंगे नहीं।

वहीं, इस्राइली बलों ने शुक्रवार को गाजा पर भीषण बमबारी की। हमास ने भी माना, बमबारी में उसके बंधक बनाए विदेशियों समेत 13 लोग मारे गए। उधर, इस्राइली सेना ने 250 बंधक छुड़ाने का दावा किया, जबकि अमेरिका के अब तक 27 लोग गाजा में मारे गए हैं। हमास ने भी गाजा से नागरिकों को निकालने के विरोध में इस्राइल के एश्कलन शहर पर 15 मिनट में 150 रॉकेट दागे। उधर. गाजा के सबसे बड़े अस्पताल ‘अल शिफा’ में मुर्दाघर भरने के कारण हर जगह शव बिखरे पड़े हैं।

गाजा में विस्थापितों की संख्या 4.23 लाख पार

इस्राइल पर हमास के हमले के बाद गाजा में जारी युद्ध के बीच संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि गाजा पट्टी में 4,23,000 से अधिक लोग अब अपने घरों से भागने के लिए मजबूर हो गए हैं, क्योंकि इस्राइल की तरफ से फलस्तीनी क्षेत्र पर भारी बमबारी की जा रही है। यहां लोगों के घर नष्ट होने के चलते विस्थापित लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है।

इस्राइली रक्षा बल ने स्वीकारा, हमले रोकने में नाकाम रहे

इस्राइली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने 7 अक्तूबर को हमास की देश में घुसपैठ और आतंकी हमलों में मदद करने वाली उन नाकामियों को स्वीकार किया है, जिनके कारण बड़े पैमाने पर हत्याएं हुईं। आईडीएफ प्रमुख हर्जी हलेवी ने दक्षिणी इस्राइल से कहा कि हमारी सेना देश और उसके नागरिकों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है और शनिवार की सुबह गाजा पट्टी के आसपास के क्षेत्र में हमने इसे नहीं संभाला। हम इसकी जांच करेंगे लेकिन अभी युद्ध का वक्त है। उन्होंने कहा, हमाले बल हमास के आतंकियों से लड़ रहे हैं और उनके सिस्टम को नष्ट कर देंगे। उन्होंने कहा, हमास के आतंकियों द्वारा हमारे बच्चों, पत्नियों और हमारे लोगों का जिस तरह कत्लेआम किया, वह पशुवत और अमानवीय है।

मध्य-पूर्वी देशों में इस्राइल के विरुद्ध प्रदर्शन

गाजा पट्टी पर इस्राइल के हवाई हमलों के विरोध में हजारों मुस्लिमों ने पूरे मध्य-पूर्व में शुक्रवार को प्रदर्शन किए। गाजा क्षेत्र में इस्राइल जमीनी हमले की तैयारी कर रहा है, जिससे व्यापक क्षेत्रीय संघर्ष भड़कने की आशंका है। अम्मान, जॉर्डन से लेकर यमन की राजधानी तक जुमे की नमाज के बाद मुसलमान सड़कों पर उतरे। इराक में, शिया मौलवी और राजनीतिक नेता मुक्तदा अल-सद्र द्वारा बुलाए गए विरोध प्रदर्शन के लिए बगदाद के केंद्र में तहरीर चौक पर हजारों लोग एकत्र हुए। ईरान में, प्रदर्शनकारियों ने इस्राइली झंडे जलाए और उसके खिलाफ नारेबाजी की। यमन, इंडोनेशिया और मलयेशिया में भी इस्राइल व अमेरिका के खिलाफ प्रदर्शन किए गए।

 

 

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