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नई दिल्ली: इजरायल और हमास के बीच युद्ध लगातार जारी है। इस युद्ध में हजारों लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच फिलिस्तीन में इजरायली बस्तियों के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र में एक अहम प्रस्ताव पास किया गया। हालांकि इस प्रस्ताव का अमेरिका, कनाडा सहित 7 देशों ने विरोध किया वहीं मतदान के दौरान 18 देश अनुपस्थित रहे। सूत्रों के अनुसार भारत ने संशोधन के पक्ष में मतदान किया और प्रस्ताव के पक्ष में 88 वोट मिले, लेकिन अपेक्षित दो-तिहाई बहुमत इस प्रस्ताव को नहीं मिल पाया।

आतंकवाद पर कोई समझौता नहीं करेगा भारत

सरकार के सूत्रों ने कहा कि प्रस्ताव पर भारत का निर्णय मुद्दे पर उसकी लगातार चली आ रही नीतियों के आधार पर था। हमास द्वारा इजरायल पर किए गए हमलों का जिक्र करते हुए सूत्रों ने कहा कि भारत ने साफ कहा है कि आतंकवाद के मुद्दे पर किसी भी तरह के समझौते नहीं किए जाएंगे। नई दिल्ली के वोट को समझाते हुए, भारत के उप स्थायी प्रतिनिधि, योजना पटेल ने कहा था कि हमारी संवेदनाएं बंधक बनाए गए लोगों के साथ भी हैं।

ओटावा: कनाडा की कानून-व्‍यवस्‍था पर एक बार फिर सवाल उठ रहे हैं। यहां एडमॉन्टन में बढ़ रही गिरोह हिंसा के बीच भारतीय मूल के एक सिख व्यक्ति और उसके 11 वर्षीय बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। ऐसा बताया जा रहा है कि हिंसा में मारा गया सिख हरप्रीत सिंह उप्पल (41) कनाडा के संगठित अपराध के क्षेत्र का कुख्यात व्यक्ति था।

एडमॉन्टन पुलिस सेवा के कार्यवाहक अधीक्षक कॉलिन डर्कसन ने शुक्रवार को संवाददाताओं को बताया कि उप्पल और उसके बेटे की बृहस्पतिवार दोपहर एक गैस स्टेशन के बाहर दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। गोलीबारी के समय उप्पल की कार में उसके बेटे का दोस्त भी था, लेकिन उसे इस हमले में कोई चोट नहीं पहुंची। डर्कसन ने कहा कि पुलिस को इस बात की जानकारी नहीं है कि जब हमलावरों ने गोलीबारी शुरू की, तो उन्हें कार में बच्चों के होने की जानकारी थी या नहीं।

एडमॉन्टन जर्नल ने डर्कसन के हवाले से कहा, "लेकिन हम इतना जानते हैं कि हमलावर या हमलावरों को जब यह पता चला कि गाड़ी में (उप्पल का) बेटा भी है, तो उन्होंने जानबूझकर उसे गोली मारी।"

येरुशलम: महीनेभर से ज्यादा समय से जारी इजरायल और हमास की जंग तेज होती जा रही है। चरमपंथी संगठन हमास की ओर से संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया है कि गाजा में इजरायली सेना ने तीन अस्पतालों को घेर लिया है।

बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. अशरफ अल-कुद्रा ने अल-शिफा अस्पताल से फोन पर बात करते हुए बताया कि हॉस्पिटल के चारों ओर इजरायली सेनाएं हैं और पास के दो अन्य अस्पताल रंतीसी और अल-नस्र इजरायली टैंकों से घिरे हुए हैं।

अस्पताल के आसपास हुए हमले: हमास

प्रवक्ता ने बताया कि शुक्रवार (10 नवंबर) को अल-शिफा अस्पताल पर कम से कम एक प्रोजेक्टाइल हमला हुआ। अस्पताल को चालू रखने के लिए 24 घंटे से भी कम का ईंधन बचा है।

डॉ. अशरफ अल-कुद्रा ने कहा कि अल-शिफा अस्पताल के आसपास के क्षेत्र (जोकि गाजा का सबसे बड़ा इलाका है) में शुक्रवार को पांच हमले हुए, जिससे प्रसूति वार्ड और परिसर के अन्य हिस्से क्षतिग्रस्त हो गए हैं।

नई दिल्‍ली: इजरायली सेना इन दिनों गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों पर हमला कर रही है। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, एयर स्‍ट्राइक के साथ-साथ जमीनी हमले भी तेज कर दिये गए हैं। इन हमलों में इजरायली सेना को काफी कामयाबी मिल रही है। इस बीच ये सवाल भी उठ रहे हैं कि इजरायल कहीं गाजा पट्टी पर कब्‍जा करने का इरादा तो नहीं रखता...? इस पर सफाई देते हुए प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गुरुवार को कहा कि इजरायल की सेना गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ अपने हमले में "बेहतरीन" प्रदर्शन कर रही है, लेकिन इजरायल, फिलिस्तीनी क्षेत्र पर फिर से कब्जा करने की योजना नहीं बना रहा है।

पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने फॉक्स न्यूज से कहा, "मुझे लगता है कि इजरायली सेना असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन कर रही है। हम गाजा पर शासन नहीं करना चाहते। हम इस पर कब्जा नहीं करना चाहते, बल्कि हम इसे और एक बेहतर भविष्य देना चाहते हैं।" सात अक्टूबर को हमास आतंकवादियों ने इजरायली शहरों पर अप्रत्याशित हमला किया था। उसके बाद इजराइल गाजा में बड़े पैमाने पर सैन्य कार्रवाई कर रहा है।

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