काठमांडू: नेपाल में शुक्रवार देर रात आए 6.4 तीव्रता के भीषण भूकंप के बाद कम से कम 132 लोगों की मौत हो गई है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। रुकुम पश्चिम के डीएसपी नामराज भट्टाराई ने पुष्टि की है कि सुबह 5 बजे (स्थानीय समय) तक एकत्र किए गए आंकड़ों के अनुसार 36 लोगों की मौत दर्ज की गई है। वहीं जजरकोट के डीएसपी संतोष रोक्का ने बताया कि भूकंप में 34 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। जबकि अन्य जगहों पर भी लोगों के मारे जाने की बात सामने आ रही है। गौरतलब है कि जाजरकोट और रुकुम पश्चिम नेपाल के सर्वाधिक भूकंप प्रभावित क्षेत्र हैं। मरने वालों की संख्या और बढ़ने की आशंका है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नुकसान की पूरी जानकारी सुबह ही मिल सकेगी। प्रधान मंत्री पुष्प कमल दहल ने भूकंप से हुई क्षति को लेकर दुख जताया है।
नेपाल पीएमओ ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने शुक्रवार रात 11:47 बजे जजरकोट के रामीडांडा में आए भूकंप से हुई क्षति पर गहरा दुख व्यक्त किया है और घायलों के तत्काल राहत और बचाव के लिए 3 सुरक्षा एजेंसियों को तैनात किया गया है।"
10 किमी की गहराई पर था भूकंप का केंद्र
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.4 दर्ज की गई और भूकंप का केंद्र नेपाल में 10 किमी की गहराई पर था। भूकंप के झटके दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश और बिहार समेत उत्तर भारत के कई जिलों में भी महसूस किए गए।
नेपाल से दिल्ली-एनसीआर तक महसूस हुए झटके
एनसीआर के नोएडा में भूकंप के झटके आने से लोग घबरा गए और घरों से बाहर आ गए। भूकंप के झटके बिहार में भी महसूस किए गए। भूकंप के बाद बिहार की राजधानी पटना में लोग घरों से निकलकर बाहर आ गए। पटना में एक व्यक्ति ने मीडिया को बताया कि अचानक उसका बेड और सीलिंग फैन हिलने लगे। यह समझ में आते ही कि भूकंप आया है वह तुरंत घर से बाहर आ गया।