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संविधान की प्रस्तावना में भी संशोधन कर सकती है संसदः सुप्रीम कोर्ट

वाशिंगटन: व्हाइट हाउस ने पश्चिमी तट पर इस्राइल द्वारा सैकड़ों नए घर बनाने की योजनाओं का कड़ा विरोध करते हुए बुधवार को इस्राइल पर विश्वासघात का आरोप लगाया। हालांकि कुछ ही दिन पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस्राइल को 38 अरब अमेरिकी डॉलर के सैन्य सहायता पैकेज को मंजूरी दी थी, और वह येरूशलम में इस्राइल के पूर्व राष्ट्रपति शिमोन पेरेज़ के अंतिम संस्कार में भी शामिल हुए थे, लेकिन अब व्हाइट हाउस ने उस ज़मीन पर 300 घरों के निर्माण पर आपत्ति जताई, जो 'इस्राइल की तुलना में जोर्डन के ज़्यादा करीब है।' अमेरिका ने चेताया है कि इस फैसले से मध्यपूर्व में शांति लाने की पहले से मुश्किल संभावना कतई खटाई में पड़ जाएगी, और इससे इस्राइल की खुद की सुरक्षा भी खतरे में आ जाएगी। प्रेस सेक्रेटरी जॉश अर्नेस्ट ने इसके अलावा यह भी कहा कि इस कदम से इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का वादा सवालों के घेरे में आ गया है। उन्होंने कहा, "हमें इस्राइली सरकार ने सार्वजनिक रूप से जो आश्वासन दिए थे, यह घोषणा उनसे बिल्कुल उलट है।" जॉश अर्नेस्ट ने यह भी कहा, "मुझे लगता है, जब दो दोस्तों के एक दूसरे से किए जाने वाले व्यवहार के बारे में सोचा जाएगा, यह गंभीर चिंता का विषय बनेगा।"

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