कराची: बलोच मानवाधिकार संगठन ने रविवार को कराची में पाकिस्तानी सेना के खिलाफ प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन तुरबत में बलोच नेता रऊफ बलोच के घर की घेराबंदी किए जाने के खिलाफ किया गया। गौरतलब है कि पाक आर्मी ने तुरबत (बलूचिस्तान) में लीडर रऊफ बलोच के घर की घेराबंदी कर रखी है। इसे हटाने के लिए महिलाओं ने कराची में बैनर-पोस्टर लेकर मार्च निकाला। शनिवार को यूएन ह्यूमन राइट्स काउंसिल में बलूच रिप्रेजेंटेटिव अब्दुल नवाज बुगती ने रऊफ बलोच के घर की घेराबंदी का जिक्र किया था। यही नहीं, बलोचिस्तान के लोग दुनिया भर में पाकिस्तानी के अत्याचारों के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। रविवार को दक्षिण कोरिया के शहर बुसान में पाकिस्तान के अत्याचारों के किलाफ बलोच रिपब्लिकन पार्टी ने धरना-प्रदर्शन किया। बलूचिस्तान को भारत के लिए सुरक्षा के लिहाज से चिंता का महत्वपूर्ण कारण बताते हुए केन्द्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह ने शऩिवार को कहा कि पाकिस्तान को बलूचिस्तान में ‘अभियानगत अत्याचार’ बंद करना चाहिए। उन्होंने जम्मू में संवाददाताओं से कहा, ‘बलूचिस्तान भारत के लिए सुरक्षा के लिहाज से चिंता का महत्वपूर्ण कारण है।’ वह बलूचिस्तान के लोगों पर पाकिस्तान द्वारा किये जा रहे अत्याचारों को लेकर पूछे गये एक सवाल का जवाब दे रहे थे। मंत्री ने कहा, ‘आप अपने पड़ोस को जलने नहीं दे सकते क्योंकि देर-सबेर इसका असर आप पर होगा। आप घर में स्वर्ग बनाकर बाहर नर्क जैसी स्थिति नहीं छोड़ सकते।’
सिंह ने कहा कि यह एक अन्य घर के साथ एक चाहरदीवारी का उदाहरण है और दूसरा घर लगातार संकट में हो तो देर-सबेर आपके घर पर असर पड़ने का जोखिम बना रहेगा।