वाशिंगटन: विदेश मंत्री के बतौर अपने कार्यकाल के दौरान हिलेरी क्लिंटन द्वारा निजी ईमेल सर्वर के इस्तेमाल के मामले में आग में घी डालते हुए एफबीआई ने अपनी जांच से संबंधित दस्तावेज जारी किए हैं। इन दस्तावेज के ढेर सारे हिस्से अब भी सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। हिलेरी के प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप इनका इस्तेमाल उन्हें राष्ट्रपति पद के लिए अयोग्य साबित करने के लिए कर रहे हैं। जारी किए गए 58 पन्नों में से 14 को पूरी तरह छिपा दिया गया है। दस्तावेजों से पता चलता है कि एफबीआई को ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है जिससे यह साबित हो सके कि उनकी ईमेल प्रणाली के साथ समझौता हुआ है। हालांकि ऐसी किसी संभावना से इंकार भी नहीं किया गया है क्योिंक उनकी कुछ मोबाइल डिवाइस अभी तक प्राप्त नहीं हो सकी है। इसमें टिप्पणी में कहा गया है, ‘एफबीआई को पता चला है कि विदेशी शत्रुओं ने उन लोगों के निजी ईमेल अकाउंट तक पहुंच बना ली है जिनके साथ हिलेरी नियमित संपर्क में थी और जिनसे उनके निजी आकउंट पर ईमेलों का आदान-प्रदान होता था।’ इससे पहले जुलाई माह में एफबीआई ने हिलेरी को ‘बेहद लापरवाह’ पाया था क्योंकि उन्होंने गोपनीय सूचना वाली सामग्री को असुक्षित ईमेल के जरिए भेजा था। हालांकि एफबीआई ने उनके खिलाफ अभियोजन चलाने की अनुशंसा नहीं की थी। हिलेरी के प्रचार अभियान ने कहा है, ‘उन्होंने एकल ईमेल अकाउंट का इस्तेमाल किया जो वाकई में उनकी गलती थी।
उन्होंने इसकी जिम्मेदारी भी ली है। इसी के आधार पर न्याय विभाग का यह मानना था इस मामले पर आगे बढ़ने के लिए कोई आधार नहीं है।’