इस्लामाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बलूचिस्तान संबंधी टिप्पणी का समर्थन करने के लिए पाकिस्तान की क्वेटा पुलिस ने देश के शीर्ष तीन बलूच राष्ट्रवादी नेताओं के खिलाफ राष्ट्रद्रोह सहित पांच मामले दर्ज किए हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि कुछ लोगों की शिकायत पर ब्रहमदाग बुग्ती, हरबियार मर्री और बानुक करीमा बलूच के खिलाफ बलूचिस्तान के खुजदार इलाके के पांच थानों में पाकिस्तान दंड संहिता की धारा 120, 121, 123 और 353 के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। ये धाराएं अपराध की साजिश छिपाने, पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध छेड़ने, भड़काने या युद्ध का प्रयास करने, युद्ध छेड़ने की साजिश में मदद के लिए उसे छिपाने और नौकरशाह को कर्तव्य-पालन करने से रोकने के लिए हमला करने से संबंधित हैं। पुलिस के अनुसार, शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि इन बलूच नेताओं ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण का समर्थन किया था। बीते 15 अगस्त को मोदी ने कहा था कि बलूचिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर के लोगों पर पाकिस्तान द्वारा किए जाने वाले अत्याचारों का मामला उठाने के लिए बलूचों ने उनका धन्यवाद किया है।
मोदी के इस बयान पर पाकिस्तान ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। पाकिस्तान बलूच राष्ट्रवादी नेताओं को अलगाववादी मानता है।